Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर चुनावों को लेकर 'इंडिया' ब्लॉक ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मेयर चुनाव को असंवैधानिक और बीजेपी की धोखाधड़ी करार दिया. 'आप' नेता राघव चड्ढा, कांग्रेस नेता पवन बंसल, 'आप' चंडीगढ़ के प्रभारी जरनैल सिंह, 'आप' नेता प्रेम गर्ग और कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लकी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. इन नेताओं ने कहा कि बीजेपी का ये कृत्य देशद्रोह और संविधान के साथ विश्वासघात है.
'आप' के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर का चुनाव बीजेपी की तरफ से किया गया 'फर्जीवाड़ा' था. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इस मेयर चुनाव में जो किया है वो असंवैधानिक, अवैध, राष्ट्रविरोधी और देशद्रोह है. राघव चड्ढा ने कहा कि हर कोई जानता है कि 'इंडिया' ब्लॉक के पास 20 वोट (13 आप पार्षद और 7 कांग्रेस पार्षद) थे और बीजेपी के पास 16 (14 पार्षद, 1 सांसद और 1 शिअद पार्षद) थे, बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए लोकतंत्र के खिलाफ साजिश रची.
राघव चड्ढा ने कहा कि पहले पीठासीन अधिकारी बीमार पड़ गए और उन्होंने चुनाव को 6 फरवरी तक के लिए टाल दिया, लेकिन जब हमने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, तो चुनाव के लिए 30 जनवरी की नई तारीख तय की गई. 18 जनवरी को चुनाव रद्द करने के बाद बीजेपी ने अपने 'ऑपरेशन लोटस' को अंजाम देने की कोशिश की और हमारे पार्षदों को तोड़ने की कोशिश की गई. जब वो इसमें सफल नहीं हुए, तो उन्होंने अनिल मसीह जो बीजेपी नेता और उनके अल्पसंख्यक विंग के सचिव भी हैं, को नया पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया.
'आप' के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मतगणना के समय उनकी पार्टियों के किसी भी चुनाव एजेंट को मतगणना टेबल के पास जाने की इजाजत नहीं थी, जबकि ये नियम है कि सभी चुनाव एजेंट गिनती के समय मौजूद रहते हैं और जो भी वोट अवैध घोषित होता है, उसे सबसे पहले चुनाव एजेंट को दिखाया जाता है. उपायुक्त और चुनाव एजेंट की सहमति से ही इसे अवैध घोषित किया जा सकता है. लेकिन वोटों की गिनती और उन्हें अवैध घोषित करने में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया.
राघव चड्ढा ने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन के 20 में से 8 वोट अवैध घोषित किया जाना चंडीगढ़ मेयर चुनाव के इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना है. जबकि, बीजेपी का एक भी वोट अवैध नहीं हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि 'इंडिया' गठबंधन के पार्षदों के वोटों को अवैध बनाने के लिए पीठासीन अधिकारी ने खुद ही मतपत्रों से छेड़छाड़ की.
'आप' नेता ने कहा कि इस चुनाव में किसी भी प्रोटोकॉल या नियमों का पालन नहीं किया गया, वर्तमान चुनाव अधिकारियों या डीसी ने हमारे पार्षदों की कोई बात नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि आमतौर पर जब चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोई आपत्ति उठाता है, तो डीसी और चुनाव अधिकारी आगे बढ़ने से पहले उन मुद्दों को हल करते हैं, लेकिन यहां उन्होंने बिना कुछ संबोधित किए इस 'फर्जीवाड़ा' को जारी रखा. अपनी धोखाधड़ी को छिपाने के लिए सभी मतपत्र भी ले लिए और उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया.
'आप' के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि ये तो केवल मेयर का चुनाव है. आम चुनाव में बीजेपी क्या करेगी, इसकी कल्पना करना भी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि बीजेपी भारत को उत्तर कोरिया बनाना चाहती है. वो केवल तब चुनाव चाहते हैं जब वो पूरी प्रणाली और चुनाव प्रक्रिया में धांधली करके जीत रहे हों. उन्होंने पीठासीन अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि अनिल मसीह को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. जो लोग लोकतंत्र की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें खुलेआम घूमने का कोई अधिकार नहीं है.
किरण खेर के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी ने वास्तव में इतिहास रचा है. देश के लोकतंत्र और संविधान की हत्या का इतिहास और चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धोखाधड़ी का इतिहास. चड्ढा ने कहा कि बीजेपी 'इंडिया' गठबंधन से इतनी डरी हुई है कि चुनाव जीतने के लिए ऐसे असंवैधानिक रास्ते अपना रही है. उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए अन्यथा लोगों का चुनावी प्रक्रिया और लोकतांत्रिक व्यवस्था से विश्वास उठ जाएगा. उन्होंने देश की जनता से आग्रह किया कि वो 2024 लोकसभा चुनाव में किसी को हराने या जिताने के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने के लिए वोट करे.
मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा कि ये बीजेपी का जंगलराज है. हम इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम (इंडिया गठबंधन) देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए एक साथ आए हैं. चंडीगढ़ में ये 'इंडिया' गठबंधन बनाम बीजेपी की शुरुआत थी, लेकिन घबराई हुई बीजेपी ने इस चुनाव को जीतने के लिए अकल्पनीय कदम उठाए क्योंकि वो स्पष्ट रूप से हार रहे थे. पहले उन्होंने चुनाव स्थगित करवाए फिर उन्होंने हमारे पार्षदों को तोड़ने की कोशिश की. उन्होंने इस चुनाव के लिए एक बीजेपी नेता को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया, जिन्होंने वोटों को अमान्य करने के लिए हमारे पार्षदों के मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की. उनका धोखेबाज पीठासीन अधिकारी ये सब खुद ही कर रहा था जबकि उसका काम चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करना था.
पवन बंसल ने कहा कि चुनाव को कवर करने के लिए मीडिया को भी अंदर नहीं जाने दिया गया. ये चुनाव नहीं बल्कि बीजेपी का घिनौना मजाक है, अब उन्हें हराना ज्यादा जरूरी हो गया है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी 2024 में फिर सत्ता में आई तो वो चुनावी प्रक्रिया को खत्म कर देंगे और लोकतंत्र की हत्या कर देंगे.