menu-icon
India Daily

पूजा खेडकर का करियर खत्म, केंद्र ने IAS से किया बर्खास्त

केंद्र ने विवादास्पद अधिकारी पूजा खेडकर को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के पद से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है. खेडकर को नौकरी पाने के लिए ओबीसी और विकलांगता कोटे का गलत तरीके से लाभ लेने का दोषी पाया गया था.

India Daily Live
Edited By: India Daily Live
Center dismissed Puja Khedkar
Courtesy: social media

Puja Khedkar News: केंद्र ने विवादास्पद अधिकारी पूजा खेडकर को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के पद से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है. केंद्र ने यह कदम संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के एक महीने पहले लिए गए उस फैसले के बाद उठाया है जिसमें उसने खेडकर के सिविल सेवा में चयन को रद्द कर दिया था.

खेडकर को नौकरी पाने के लिए ओबीसी और विकलांगता कोटे का गलत तरीके से लाभ लेने का दोषी पाया गया था. उनकी चयन को रद्द करने के बाद UPSC ने उनके यूपीएससी की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. यूपीएससी ने उन्हें कई बार फर्जी पहचान बताकर परीक्षा देने का दोषी पाया.

इस विवाद के बाद यूपीएससी ने 15,000 से ज्यादा उम्मीदवारों का डाटा खंगाला था जिन्होंने 2009-2023 के दौरान आईएएस स्क्रीनिंग प्रक्रिया को मंजूरी दी थी. सिविल सेवा परीक्षा के नियमों का हवाला देते हुए UPSC ने कहा, 'डाटा चेक करने के बाद हमने पूजा खेडकर के अलावा किसी भी उम्मीदवार को नियमों का उल्लंघन करने का दोषी नहीं पाया.'

ऐसे चर्चा में आई थीं पूजा खेडकर

पूजा खेडकर की परेशानी जून में उस समय शुरू हुई थीं जब पुणे के कलेक्टर सुहास दिवसे ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सुजाता सौनिक को चिट्ठी लिखकर कहा कि ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा कार, स्टाफ और एक ऑफिस की भी डिमांड करती हैं जो बतौर ट्रेनी इन सब सुविधाओं को लेने के लिए पात्र नहीं हैं. इसके बाद खेडकर का वाशिम तबादला कर दिया गया था.

इसी विवाद के दौरान पूजा खेडकर के IAS के पद पर चयन को लेकर सवाल उठने लगे. जांच में पाया गया कि पूजा ने नौकरी पाने के लिए ओबीसी और दिव्यांग उम्मीदवारों को मिलने वाली छूट का इस्तेमाल किया है. जांच में यह भी पता चला कि उनके पिता जो महाराष्ट्र सरकार में पूर्व अधिकारी थे, के पास 40 करोड़ की संपत्ति हैं और वह ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर के टैग के लिए योग्य नहीं थीं.

यह भी पता चला कि वह विकलांगता की छूट की पुष्टि करने वाली सरकारी समिति के सामने आवश्यक स्वास्थ्य जांच के लिए भी पेश नहीं हुई थीं.

बंदूक लहराते हुए मां का वीडियो हुए था वायरल

इसके अलावा उनकी सरपंच मां का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह हाथ में बंदूक लहराते लोगों को धमका रही थीं. इसके बाद मनोरमा खेडकर को गिरफ्तार किया गया था. उनके पिता दिलीप खेडकर पर भी आय से अधिक संपत्ति बनाने की जांच चल रही है.