Delhi MCD Election: दिल्ली नगर निगम की 18 सदस्यीय स्थायी समिति में बीजेपी ने बिना किसी विरोध के जीत हासिल की है. इस चुनाव में प्रक्रिया से आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के पार्षदों ने खुद को अलग रखा. इस चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवार सुंदर सिंह को 115 वोट मिले, जबकि आप की उम्मीदवार निर्मला कुमारी को एक भी वोट नहीं मिला.
आखिर क्यों हुआ चुनाव
दरअसल, पश्चिम दिल्ली सीट से भाजपा पार्षद कमलजीत सहरावत के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद यह पद खाली हुआ था. एमसीडी चुनाव में भाजपा के जीतने के बाद आप ने इसे 'अवैध और असंवैधानिक' बताया था. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वालों ने एमसीडी को लूट का अड्डा बना दिया है.
यह देश बाबा साहब के संविधान से चलता है💯
— AAP (@AamAadmiParty) September 27, 2024
BJP वालों ने MCD को लूट का अड्डा बना रखा था। चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के दौरान इनकी करतूतें सभी ने देखी हैं। अब यही ये MCD में करना चाहते हैं।
स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य का चुनाव मेयर कराएंगी, उन्होंने 5 अक्टूबर को चुनाव कराने को कहा। लेकिन… pic.twitter.com/WyF0ixqE13
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव के दौरान उनकी हरकतों को सभी ने देखा है. अब वे एमसीडी में भी यही करना चाहते हैं. मेयर स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव कराएंगे, उन्होंने 5 अक्टूबर को चुनाव कराने के लिए कहा था . लेकिन एलजी साहब विदेश में हैं, इसलिए उन्होंने रात में चुनाव कराने का आदेश दिया
एलजी साहब विदेश में
दिल्ली की मौजूदा सीएम आतिशी ने ट्वीट कर इसे गैरकानूनी और असंवैधानिक बताया और कहा कि एमसीडी एक्ट के मुताबिक, सदन को बुलाने और पीठासीन अधिकारी होने का अधिकार सिर्फ मेयर को है.
The election to the 6th member of the Standing Committee declared by the Central Govt appointed MCD Commissioner, on the directions of BJP’s @LtGovDelhi is illegal and unconstitutional.
— Atishi (@AtishiAAP) September 27, 2024
As per the MCD Act, only the Mayor has the power to convene the House and to be Presiding… https://t.co/sjnGShNjNX
अगर आज निगम में मेयर की जगह एडिशनल कमिश्नर नियुक्त किया जाता है, तो कल भाजपा लोकसभा में चेयरमैन की जगह गृह सचिव को नियुक्त कर सकती हैं. आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव का विरोध किया है और इसे अवैध करार दिया है .