BJP Rajya Sabha Candidate: गुजरात के अरबपति कारोबारी गोविंद भाई ढोलकिया को भाजपा ने राज्यसभा कैंडिडेट घोषित किया है. किसान परिवार से संबंध रखने वाले गोविंद भाई ढोलकिया के अरबपति बनने और फिर राज्यसभा जाने की कहानी काफी इंट्रेस्टिंग है. गोविंद भाई ढोलकिया गुजरात के बड़े हीरा कारोबारियों में से एक हैं. वे हाल ही में उस वक्त चर्चा में आए, जब उन्होंने अयोध्या के भव्य राम मंदिर के लिए 11 करोड़ रुपये का दान दिया था.
मूलरूप से गुजरात के सूरत से संबंध रखने वाले गोविंद ढोलकिया ने सिर्फ छठी क्लास तक की पढ़ाई की है. दुधाला गांव में स्कूल पढ़ाई बीच में ही छोड़ने के बाद साल 1964 में गोविंद ढोलकिया सूरत शहर आ गए थे. शुरुआत में उन्होंने डायमंड फैक्ट्री में कटिंग और पॉलिशिंग का काम किया. बीच में कुछ ऐसा हुआ कि गोविंद ढोलकिया ने अपना बिजनेस स्टार्ट करने का सोचा. सूरत आने के 6 साल बाद ही यानी 1970 में उन्होंने दो पार्टनर्स के साथ श्रीरामकृष्ण एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एसआरके) की स्थापना की.
गोविंद ढोलकिया, श्रीरामकृष्ण एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एसआरके) के फाउंडर और डायरेक्टर हैं. जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा के लिए उनका चयन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया है. ढोलकिया मोरारी बापू के फॉलोवर माने जाते हैं.
गोविंद ढोलकिया को सूसरत को डायमंड कैपिटल बनाने का श्रेय जाता है. उन्होंने 1970 के दशक में हीराभाई वाडीवाला के साथ मिलकर हीरा के कारोबार में एंट्री की थी. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि हीरा का कारोबार शुरू करने के लिए उन्होंने उस दौरान 410 रुपये का कर्ज लिया था. फिलहाल, उनकी संपत्ति हजारों करोड़ रुपये से अधिक है. गोविंद ढोलकिया के परिवार में कुल 7 भाई बहन हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोविंद ढोलकिया काफी लंबे वक्त से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं. उनकी कंपनी में 5 हजार से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. हर साल वे अपने कर्मचारियों को गिफ्ट भी देते हैं, जिससे वे चर्चा में रहते हैं. फिलहाल, उनकी कंपनी अमेरिका, जापान समेत अन्य दूसरे देशों में भी डायमंड एक्सपोर्ट करती है.