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सिर्फ 94 वोट! एजाज खान के बाद बिग बॉस के इस कंटेस्टेंट को मिली करारी हार

बिग बॉस के फेमस कंटेस्टेंट और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बारामती से ताल ठोकने वाले अभिजीत बिचुकले एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्हें विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा.

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Edited By: India Daily Live
abhijeet bichukale
Courtesy: x

बिग बॉस के फेमस कंटेस्टेंट और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बारामती से ताल ठोकने वाले अभिजीत बिचुकले एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्हें विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा. बिचुकले के सामने चुनौती पेश कर रहे थे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख अजित पवार, जिन्होंने इस सीट से लगातार सात बार विधायक रहते हुए आठवीं बार जीत दर्ज की है. 

अजित पवार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, शरद गुट की एनसीपी के युगेंद्र पवार को 1 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया. यह जीत उनके राजनीतिक प्रभाव और बारामती क्षेत्र में उनकी पकड़ को और मजबूत करती है. अजित पवार ने इस चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने विरोधियों को हराकर एक बार फिर यह साबित किया कि उनका राजनैतिक करियर अब भी मजबूत है.

अभिजीत बिचुकले को मिली करारी हार

वहीं, अभिजीत बिचुकले के लिए चुनाव परिणाम बेहद निराशाजनक रहे. निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में वह महज 94 वोटों तक ही सिमट कर रह गए. इसके अलावा, नोटा (None of the Above) को भी अभिजीत से कहीं ज्यादा वोट मिले, जिनकी संख्या 700 से अधिक रही. इस नतीजे से यह साफ हो गया कि बारामती में उनके लिए कोई खास समर्थन नहीं था.

अभिजीत बिचुकले ने इससे पहले 2024 के लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी और सतारा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. हालांकि, वह वहां भी बुरी तरह हार गए थे, और उन्हें केवल 1,395 वोट मिले थे. बीजेपी के उम्मीदवार उदयनराजे भोंसले ने सतारा सीट पर जीत दर्ज की थी.

बारामती विधानसभा चुनाव में कुल 24 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें से अभिजीत बिचुकले ने 20वें स्थान पर अपनी स्थिति बनाई. चुनावी परिणामों ने यह स्पष्ट कर दिया कि बारामती क्षेत्र में अजित पवार की स्थिति को चुनौती देना अभिजीत बिचुकले के लिए मुश्किल साबित हुआ.

यह चुनाव परिणाम अभिजीत बिचुकले के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है, जबकि अजित पवार की जीत उनके राजनीतिक कद को और बढ़ाती है.