Bharuch scrap merchant built pm modi cm yogi temple: गुजरात के एक कारोबारी ने अवैध निर्माण के खिलाफ सरकारी कार्रवाई से बचने के लिए घर की छत पर पीएम मोदी और सीएम योगी का मंदिर बना दिया और उनकी मूर्तियां लगा दी. कारोबारी के इस 'जुगाड़' के बाद अब शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारी सकते में हैं. वे ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि कार्रवाई की जाए या फिर नहीं.
मामला भरूच जिले का है. बताया जा रहा है कि अंकलेश्वर के गढ़खोल गांव में स्क्रैप कारोबारी मोहनलाल गुप्ता ने पिछले साल एक बिल्डिंग खरीदी. इसके बाद कारोबारी ने बिल्डिंग की छत पर एक और फ्लोर का निर्माण करा लिया, जो भवन निर्माण के लिए निर्धारित किए गए मानक के खिलाफ था. जनतानगर सोसायटी के निवासी मनसुख रखसिया ने स्क्रैप कारोबारी की ओर से कराए गए अवैध निर्माण की शिकायत भरूच-अंकलेश्वर शहरी विकास प्राधिकरण यानी BAUDA से कर दी.
अवैध निर्माण की जानकारी के बाद BAUDA के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बिल्डिंग का निरीक्षण कर अवैध निर्माण की पुष्टि की. कहा जा रहा है कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई से बचने के लिए स्क्रैप कारोबारी मोहनलाल गुप्ता ने टॉप फ्लोर पर एक मंदिर बना दिया, जिसमें भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के साथ पीएम मोदी और सीएम योगी की भी मूर्ति लगा दी. जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के रहने वाले मोहनलाल गुप्ता ने छत पर बने मंदिर का उद्घाटन उसी दिन किया, जिस दिन पीएम मोदी ने अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का उद्घाटन किया था.
जानकारी के मुताबिक, अवैध निर्माण की शिकायत के बाद जब BAUDA अधिकारी बिल्डिंग का निरीक्षण करने पहुंचे, तब उन्हें मंदिर निर्माण की जानकारी हुई. मंगलवार को बिल्डिंग का मुआयना करने के बाद पाया गया कि स्क्रैप कारोबारी ने अनुमति के बिना बिल्डिंग की छत पर अतिरिक्त फ्लोर का निर्माण किया है, जो मानक के खिलाफ है. कहा जा रहा है कि BAUDA ने अब स्क्रैप कारोबारी को जरूरी दस्तावेज जमा करने के लिए 7 दिन का समय दिया है.
उधर, स्क्रैप कारोबारी मोहनलाल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पिछले साल जितेंद्र ओझा नाम के शख्स से ये बिल्डिंग खरीदी थी. जितेंद्र ओझा ने 2012 में गडखोल ग्राम पंचायत से निर्माण की अनुमति पहले ही ले ली थी. गुप्ता ने आरोप लगाया कि जो लोग मुझसे ईर्ष्या रखते हैं, उन्होंने मेरे खिलाफ शिकायत की है. हालांकि, गुप्ता ने ये माना कि मैंने कुछ हिस्सों को तोड़कर बिल्डिंग में कुछ बदलाव कराए हैं. कुछ लोग हैं जो मुझसे जलते हैं और बिल्डिंग गिराने की धमकी दे रहे हैं. उन्होंने मुझसे पैसों की भी मांग की है.
बता दें कि 11 जुलाई 2023 को दर्ज पहली शिकायत के अनुसार, गांव की तीन आवासीय सोसायटियों में मोहनलाल गुप्ता समेत कथित अवैध निर्माण के लिए अनुमति नहीं ली गई. मोहनलाल गुप्ता के अलावा दो अन्य लोगों के खिलाफ भी शिकायत की गई थी. बताया जा रहा है कि कार्रवाई नहीं होने के बाद शिकायतकर्ता ने 1 दिसंबर को भरूच जिला कलेक्टर तुषार सुमेरा के समक्ष एक और आवेदन दायर किया. इसके बाद, BAUDA के अधिकारियों ने 21 दिसंबर को बिल्डिंग का दौरा किया.
इस साल 1 जनवरी को शिकायतकर्ता राखसिया ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल को एक पत्र लिखा, जिसमें मोहनलाल गुप्ता समेत तीन अवैध निर्माणों के बारे में विस्तार से बताया. इस बार उन्होंने ये भी मांग की कि लापरवाही बरतने वाले BAUDA के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता राखसिया ने मंदिर उद्घाटन समारोह की तस्वीरों और वीडियो के साथ BAUDA के अधिकारियों से दोबारा संपर्क किया, जिसके बाद एक टीम मंगलवार को अवैध निर्माण का मुआयना करने पहुंची.
BAUDA प्रभारी टाउन प्लानर नितिन पटेल ने बताया कि उन्होंने मोहनलाल गुप्ता को प्लॉट के आवश्यक दस्तावेज और अन्य विवरण जमा करने के लिए 7 दिन का समय दिया है. 7 दिनों बाद गुप्ता की ओर से सौंपे गए दस्तावेजों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. नितिन पटेल ने ये भी कहा कि जहां अवैध निर्माण की शिकायत मिली है, वो एक आवासीय सोसायटी है और जिसके खिलाफ अवैध निर्माण का आरोप लगाया गया है, वो इस इमारत का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए करता है.