नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को खत्म करने के बयान पर बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कड़ी आपत्ति जताई है.
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने की सोचने वाले कभी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे, ऐसा सोचने वालों के सपने धरे के धरे रह जाएंगे. बागेश्वर बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री इस समय राजस्थान में हैं और राजस्थान के सीकर में कथा वाचन कर रहे हैं.
'धमकी नहीं डिस्क्लेमर दे रहा हूं'
सीकर में कथा वाचन के दौरान बागेश्वर बाबा ने कहा कि कल कोई कह रहा था कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए. ऐसा सोचने वालों को मैं कहता हूं कि अगर भारत में रहना है तो राम राम कहना होगा. उन्होंने कहा कि जो भी सनातन का विरोध करेगा वह उसकी ठठरी और गठरी दोनों को बांधने का काम करेंगे.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मैं किसी को धमकी नहीं बल्कि डिस्क्लेमर दे रहा हूं. उन्होंने कहा कि अगर किसी को भगवान पर शक है तो वह मैदान में आ जाए, मैं उसका सारा संदेह दूर कर दूंगा.
'उदयनिधि स्टालिन को मतपत्र की ताकत दिखाए जनता'
वहीं चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन ने स्टालिन के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वोटों के लिए इस तरह का बयान बेहद निंदनीय है. सनातन धर्म पर सदियों से आक्रमण किए गए लेकिन कोई उसका कुछ नहीं कर पाया. फिर वे ही क्या कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि स्टालिन को समझना चाहिए कि द्रविड़ विचारधारा का क्या अर्थ है. आपने तमिल संस्कृति की रक्षा के लिए क्या किया है? मैं तमिलनाडु के लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे उदयनिधि स्टालिन को मतपत्र की ताकत दिखाएं और ऐसे व्यक्ति को चुनें जो सनातन धर्म का सम्मान करता हो.
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