Ayodhya ram mandir 64 year old devotee challa srinivasa shastri charan paduka for ramlala: हैदराबाद के 64 साल के बुजुर्ग की रामभक्ति इनदिनों चर्चा में है. वे हैदराबाद से करीब 8000 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर अयोध्या पहुंचेंगे. उन्होंने अपनी ये यात्रा 50 जुलाई को शुरू की थी. फिलहाल, 64 साल के रामभक्त चित्रकूट पहुंचे हैं, जो अयोध्या से करीब 272 किलोमीटर दूर है. उन्होंने बताया कि उनके पिता अब नहीं रहे. उन्होंने अयोध्या में कारसेवा की थी और रामलला के लिए उनकी खास इच्छा थी. चूंकि अब वे नहीं रहे, तो उनकी इच्छा को पूरा करने के लिए वे रामलला के लिए खास गिफ्ट लेकर पैदल यात्रा कर रहे हैं.
दरअसल, हैदराबाद के 64 साल के रामभक्त चल्ला श्रीनिवास शास्त्री माथे पर 65 लाख रुपये की सोने-चांदी से बने खड़ाऊ लेकर पैदल नंगे पांव अयोध्या के लिए निकले हैं. बता दें कि हैदराबाद से अयोध्या की दूरी करीब 1700 किलोमीटर है, लेकिन श्रीनिवास शास्त्री उन रास्तों से होकर पैदल आ रहे हैं, जिन रास्तों से होकर भगवान राम अयोध्या लौटे थे. उन्होंने बताया कि वे अब तक ओडिशा, महाराष्ट्र, गुजरात से होते हुए चित्रकूट पहुंचे हैं.
शास्त्री के मुताबिक, वे जिन रास्तों से आ रहे हैं, उन रास्तों का मानचित्र डॉक्टर रामअवतार ने काफी शोध के जरिए बनाया था. उन्होंने बताया कि भगवान राम के लिए तैयार की गई चरणपादुका में 1 किलोग्राम सोना और 7 किलोग्राम चांदी का यूज किया गया है. उन्होंने बताया कि अयोध्या के लिए निकलने से पहले इन चरणपादुकाओं को देश के विभिन्न मंदिरों में ले जाया गया है, जहां श्रद्धालुओं ने चरणपादुका के दर्शन किए.
श्रीनिवास शास्त्री के मुताबिक, अयोध्या पहुंचने के बाद वे खास चरणपादुका को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप देंगे. उन्होंने बताया कि इससे पहले राम मंदिर के लिए चांदी की 5 ईंट दान कर चुके हैं. शास्त्री ने बताया कि वे अयोध्या भाग्यनगर सीताराम फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं. उनकी योजना है कि वे अयोध्या में घर बनाकर यहां बस जाएं.
श्रीनिवासी शास्त्री ने बताया कि वे साउथ फिल्म इंडस्ट्रीज में काम कर चुके हैं, लेकिन जैसे ही राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, उन्होंने अपना आगे का जीवन भगवान राम को समर्पित करने का फैसला कर लिया. बता दें कि पीएम मोदी 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन समारोह के लिए देश के कई वीआईपी और वीवीआईपी को निमंत्रण भेजा गया है.