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India Daily

असम में हिंदू आस्था को पहुंचाई ठेस, मंदिर के बाहर फेंका मांस; हंगामा मचने से कई चीजों पर लगी रोक

असम के धुबरी शहर में उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब एक मंदिर के पास मांस के टुकड़े मिलने की खबर सामने आई. इस घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया और भीड़ ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए.

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Edited By: Princy Sharma
Assam News
Courtesy: Social Media

Assam News: असम के धुबरी शहर में उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब एक मंदिर के पास मांस के टुकड़े मिलने की खबर सामने आई. इस घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया और भीड़ ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. इस दौरान कई जगहों पर सब्जी विक्रेताओं और ई-रिक्शा चालकों पर भीड़ ने हमला कर दिया, जिससे शहर का माहौल और बिगड़ गया.

जिलाधिकारी दिबाकर नाथ ने स्थिति को गंभीर देखते हुए धारा 163 लागू करते हुए पूरे शहर में पांच या उससे अधिक लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी. सभी दुकानों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है. हालांकि, आपात सेवाओं से जुड़े लोगों को आने-जाने की छूट दी गई है.

'सेमी-कर्फ्यू' जैसा माहौल

मीडिया से बात करते हुए जिलाधिकारी ने बताया, 'लोग घबराएं नहीं. हमने पूरी तरह से कर्फ्यू नहीं लगाया है, लेकिन स्थिति को काबू में रखने के लिए कुछ कड़े प्रतिबंध जरूर लगाए गए हैं.' धुबरी शहर में राज्य और केंद्र सरकार के सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है ताकि स्थिति और न बिगड़े.

हिंदू और मुस्लिम समुदाय से की अपील

प्रशासन ने दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों से मुलाकात कर शांति बनाए रखने की अपील की है. बैठक में यह संदेश दिया गया कि किसी भी अफवाह या भड़काऊ बयान से बचें और प्रशासन का सहयोग करें. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस पूरे मामले को ईद पर अवैध रूप से काटे गए मवेशियों से जोड़ा है. उन्होंने दावा किया कि राज्यभर में कई स्थानों पर मांस के टुकड़े फेंके गए, जिससे तनाव फैलने की आशंका बनी. मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और जांच जारी है.

काबू में है स्थिति

सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन को पुलिस ने नियंत्रित कर लिया और किसी के घायल होने की खबर नहीं है. लेकिन हालात को देखते हुए धुबरी में सुरक्षा बलों की तैनाती और सतर्कता बनी हुई है.