Zubeen Garg death: असम के मशहूर गायक जुबिन गर्ग की मौत को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ किया कि इस मामले में असम पुलिस की टीम सिंगापुर नहीं जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत किसी देश की पुलिस दूसरे देश में जाकर जांच नहीं कर सकती. उन्होंने बताया कि सिंगापुर पुलिस जो भी सबूत या जानकारी जुटाएगी, उसे औपचारिक रूप से भारत के साथ साझा किया जाएगा.
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा 'हमारी जांच टीम को सिंगापुर भेजने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सिंगापुर पुलिस जो भी सबूत एकत्र करेगी, वह हमें उपलब्ध कराएगी. हमारी ओर से इस संबंध में औपचारिक अनुरोध पहले ही भेजा जा चुका है.' उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार और सिंगापुर पुलिस के बीच समन्वय स्थापित है, और जैसे ही रिपोर्ट आती है, असम पुलिस उसे देखकर आगे की कार्रवाई करेगी.
#WATCH | On the death of singer Zubeen Garg, Assam CM Himanta Biswa Sarma says, "Our investigation is not required to go (to Singapore) because whatever evidence Singapore Police will collect, they will share with us. Our request has already gone. No foreign country will allow… pic.twitter.com/Fi4V15h5qz
— ANI (@ANI) October 6, 2025
गौरतलब है कि जुबिन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में नौका विहार के दौरान रहस्यमय परिस्थितियों में हुई थी. वह नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में भाग लेने के लिए सिंगापुर गए थे. इसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में अब तक 10 FIR दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंत, जुबिन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और बैंड के सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं.
चार लोगों को गिरफ्तार कर 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. सीएम ने कहा कि 10 अक्टूबर को विसरा रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक स्थिति सामने आ जाएगी.
राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए गुवाहाटी हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता में एक सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित किया है. सीएम सरमा ने कहा कि आयोग सीआईडी जांच की निगरानी करेगा और स्वतंत्र रूप से काम करेगा. उन्होंने बताया कि उन्होंने जुबिन के परिवार से निजी तौर पर मुलाकात की और केवल संवेदना व्यक्त की. सरमा ने कहा, 'मैं ज़ुबिन और उनकी पत्नी गरिमा को लंबे समय से जानता था. मैं सिर्फ दुख साझा करने गया था, मामले की चर्चा नहीं की.'