Amit Shah on Operation Sindoor: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों के किए गए सटीक हमलों की तारीफ की है. उन्होंने इसे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले का जवाब करार देते हुए कहा कि भारत आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है.
अमित शाह ने एक्स पर लिखा, 'हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है. ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की क्रूर हत्या का भारत की ओर से जवाब है. मोदी सरकार भारत और उसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.'
शाह ने साफ किया कि भारत किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति जीरो टॉलरेंस की है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर कार्रवाई का प्रतीक बताया. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'पहलगाम पर भारत का संदेश - अगर आप हमें छेड़ेंगे, तो हम आपको जाने नहीं देंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी. भारत आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने में सक्षम और दृढ़ है. हम आतंकवाद के अभिशाप को मिटा देंगे.'
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे. इस हमले की जिम्मेदारी 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' ने ली थी, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन माना जाता है. इसके जवाब में भारत ने कड़े कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों को निष्कासित करना और राजनयिक संबंधों को न्यूनतम स्तर पर लाना शामिल है. ऑपरेशन सिंदूर इन कदमों का सैन्य हिस्सा है, जिसने आतंकी ढांचे को गहरा नुकसान पहुंचाया.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में चार और PoK में पांच आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के शिविर थे, जिन्हें खुफिया जानकारी के आधार पर चुना गया. मंत्रालय ने बयान में कहा, 'हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उत्तेजक थी. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया. लक्ष्य चयन और निष्पादन में भारत ने संयम दिखाया.'