Air India Plane Crash Report: भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने AAIB की रिपोर्ट को लेकर बयान दिया है. उनका कहना है कि 12 जून को हुई एयर इंडिया दुर्घटना की रिपोर्ट केवल एक प्रारंभिक रिपोर्ट है, अंतिम नहीं. उन्होंने जनता और मीडिया से अनुरोध किया कि जब तक पूरी और आखिरी रिपोर्ट जारी नहीं हो जाती है तब तक कोई भी अनुमान न लगाएं और न ही किसी फैसले पर पहुंचे.
शुरुआती जांच से पता चला है कि अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के मात्र तीन सेकंड बाद ही एयर इंडिया बोइंग 787 के दोनों इंजनों की फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हो गई. दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्लिच लगभग एक ही समय पर रन स्थिति से कटऑफ स्थिति में चले गए.
इसका सीधा मतलब है कि इंजनों को अचानक फ्यूल मिलना बंद हो गया जिससे दुर्घटना हो सकती है. हालांकि, रिपोर्ट से यह साफ नहीं है कि यह स्विच-ऑफ एक दुर्घटना थी या जानबूझकर किया गया कोई काम. बता दें कि हादसे की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जा रही है. नायडू ने उनके ईमानदार और प्रोफेशनल काम की तारीफ की. उन्होंने कहा कि मंत्रालय अभी भी रिपोर्ट का अध्ययन कर रहा है. उन्होंने कहा, "हमें कोई भी फैसला लेने से पहले अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए."
उन्होंने भारतीय पायलटों और एयरलाइन कर्मचारियों के प्रति अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया और उन्हें दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बताया. रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का ऑडियो भी शामिल है. इसमें एक पायलट दूसरे से यह पूछता सुनाई देता है कि उसने फ्यूल क्यों बंद कर दिया, जिस पर दूसरा पायलट जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया.
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने भी कहा कि पायलटों के बीच हुई यह बातचीत यह जानने के लिए पूरी नहीं है कि असल में क्या हुआ था. उन्होंने पुष्टि कर बताया था कि ब्लैक बॉक्स को भारत में ही डिकोड किया गया था, विदेश नहीं भेजा गया था. यह जांच इंडीपेंडेंटली की जा रही है.