Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 भयानक हादसे की शिकार हो गई. अब तक 279 लोगों की जान जानें की रिपोर्ट है. इस हादसे ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया को भी झकझोर कर रख दिया है. अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रही थी प्लेन. इस बोइंग ड्रीमलाइनर उड़ान में 241 यात्रियों की मौत के बाद, जांच एजेंसियों ने इस त्रासदी के पीछे संभावित तोड़फोड़ की आशंका जताई है. इस हादसे में एक यात्री की केवल जान बची है जो कि किसी चमत्कार से कम नहीं है. सूत्रों के अनुसार, विमान के लैंडिंग गियर की विफलता और हाइड्रोलिक सिस्टम में असामान्यताओं ने दुर्घटना की गंभीरता को और बढ़ा दिया.
अब शक की सुई तुर्की की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सेलेबी (Celebi) के उन पूर्व कर्मचारियों की ओर मुड़ रही है, जिनका अनुबंध हाल ही में रद्द किया गया था.
AI 171 में लगे तीन स्वतंत्र हाइड्रोलिक सिस्टम विमान के लैंडिंग गियर, नोज व्हील स्टीयरिंग और विंग डिवाइस को ऑपरेट करते हैं. जांच एजेंसी AAIB के अनुसार, टेक-ऑफ के दौरान पायलट को हाइड्रोलिक दबाव में गड़बड़ी की चेतावनी मिली, और इसी कारण 'मेडे' कॉल किया गया.
विशेषज्ञों का कहना है कि जब विंग फ्लैप सामान्य 5-15 की स्थिति में नहीं थे, तो यह तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि सिस्टमिक फेल्योर या जानबूझकर की गई छेड़छाड़ का संकेत हो सकता है.
सेलेबी कंपनी जिन हवाई अड्डों (दिल्ली, गोवा, अहमदाबाद आदि) पर कार्यरत थी, वहां 430 से अधिक कर्मचारी AI SATS, Bird Group जैसी कंपनियों में स्थानांतरित हुए थे. अब इन कर्मचारियों की गतिविधियों की बहु-स्तरीय जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि भारत सरकार ने दुर्घटना के बाद सेलेबी का अनुबंध रद्द कर दिया और बर्ड ग्रुप व AI SATS को प्राथमिक ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेटर के रूप में नियुक्त किया.
एयरलाइन्स आमतौर पर AIESL, Air Works, Lufthansa Technik, Turkish Teknik जैसी MRO कंपनियों से रखरखाव सेवाएं लेती हैं. हालांकि, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की सेवा किस कंपनी से ली गई, इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
AAIB इस बात की जांच कर रही है कि क्या रखरखाव कर्मचारियों या ग्राउंड स्टाफ ने हाइड्रोलिक जलाशयों में छेड़छाड़ की जिससे यह हादसा हुआ.
DGCA, BCAS, GMR, AI SATS, Bird, और Boeing India – सभी से जवाबदेही तय की जाएगी. AIIB ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद, तकनीकी गड़बड़ी या तोड़फोड़ इस हादसे की जांच गहनता से की जाएगी. हर एक एंगल को ध्यान में रखा जाएगा.