भारत द्वारा 7 मई को किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों के बाद इस्लामाबाद में दहशत का माहौल है. इन हमलों को 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का जवाब बताया गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. पाकिस्तानी प्रशासन ने नागरिकों से घरों के अंदर रहने और सभी लाइटें बंद करने की अपील की है, जिससे शहर में तनाव और अनिश्चितता बढ़ गई है.
नागरिकों के लिए सुरक्षा निर्देश
स्थानीय अधिकारियों ने इस्लामाबाद के निवासियों को सतर्क रहने और रात के समय घरों से बाहर न निकलने का निर्देश दिया. एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “आम लोगों से घरों के अंदर जाने और सभी लाइटें बंद करने के लिए कहा जा रहा है.” यह कदम संभावित जवाबी कार्रवाइयों और सुरक्षा खतरों के मद्देनजर उठाया गया है. शहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा है, और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
इस्लामाबाद में दहशत का माहौल है। आम लोगों से घरों के अंदर जाने और सभी लाइटें बंद करने के लिए कहा जा रहा है। #OperationSindoor
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पाकिस्तान की आंतरिक चुनौतियां
भारत के हमलों के बाद पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलाबारी शुरू की, लेकिन इस्लामाबाद में दहशत ने सरकार की आंतरिक कमजोरियों को उजागर किया. रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह स्थिति पाकिस्तान के आर्थिक संकट और बलूचिस्तान जैसे क्षेत्रों में बढ़ती अशांति से और जटिल हो रही है. सरकार ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है.