हिंडनबर्ग ने फिर से अडानी समूह पर हमला बोला है. अब आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप के स्विस बैंकों के 310 मिलियन डॉलर के फंड फ्रीज हो गए हैं. अब इसपर अडानी ग्रुप की तरफ से जवाब आया है. दरअसल, हिंडनबर्ग ने स्विस मीडिया आउटलेट गोथम सिटी का हवाला दिया, जिसने आरोप लगाया था कि अरबपति गौतम अडानी के कथित सहयोगी की 310 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि छह स्विस बैंकों में जमा है. अडानी समूह ने इस दावे को खारिज कर दिया है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि स्विज अधिकारियों ने अडानी से जुड़े खातों में 310 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि फ्रीज कर दी है. इस दावे के बाद अडानी समूह ने आरोपों से किया इनकार और कहा कि ये आरोप स्पष्ट रूप से बेतुका है.
स्थानीय रिपोर्टों का हवाला देते हुए अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि स्विस अधिकारियों ने अडानी समूह की मनी लॉन्ड्रिंग और प्रतिभूति जांच से जुड़े कई बैंक खातों में 310 मिलियन डॉलर से अधिक की धनराशि फ्रीज कर दी है. एक्स पर एक पोस्ट में, हिंडनबर्ग ने कहा कि स्विस अधिकारियों ने अडानी में मनी लॉन्ड्रिंग और प्रतिभूति जालसाजी की जांच के हिस्से के रूप में कई स्विस बैंक खातों में 310 मिलियन डॉलर से अधिक की धनराशि को फ्रीज कर दिया है.
हालांकि, अडानी समूह ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि समूह का किसी भी स्विस अदालती कार्यवाही में कोई संबंध नहीं है, न ही हमारी कंपनी का कोई भी खाता किसी भी प्राधिकारी द्वारा जब्त किया गया है.
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हम प्रस्तुत किए गए निराधार आरोपों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं. अडानी समूह का किसी भी स्विस अदालती कार्यवाही में कोई संबंध नहीं है, न ही हमारी कंपनी के किसी भी खाते को किसी प्राधिकरण द्वारा जब्त किया गया है. इसके अलावा, कथित आदेश में भी, स्विस अदालत ने न तो हमारी समूह कंपनियों का उल्लेख किया है और न ही हमें ऐसे किसी प्राधिकरण या नियामक निकाय से स्पष्टीकरण या जानकारी के लिए कोई अनुरोध प्राप्त हुआ है.
बयान में कहा गया है कि हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हमारे समूह की प्रतिष्ठा और बाजार मूल्य को अपूरणीय क्षति पहुंचाने के लिए एकजुट होकर काम करने वाले उन्हीं साथियों द्वारा किया गया एक और सुनियोजित और गंभीर प्रयास है. बता दें कि जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग ने अरबपति गौतम अडानी समूह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, जिसमें शेयर बाजार में हेरफेर और वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया गया.