कांग्रेस सांसद शशी थरूर ने बुधवार को एक रहस्यमयी ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "उड़ने की अनुमति न मांगें. आपके पास पंख हैं, और आकाश किसी का नहीं." यह ट्वीट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उस टिप्पणी के ठीक एक घंटे बाद आया, जिसमें उन्होंने थरूर पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के लिए राष्ट्र पहले है, लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि 'मोदी पहले है और राष्ट्र बाद में.'
थरूर की मोदी प्रशंसा पर विवाद
थरूर द्वारा लिखे एक लेख में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा और वैश्विक मंच पर सक्रियता को भारत के लिए 'प्रमुख संपत्ति' बताया. उन्होंने लिखा, "पीएम मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और वैश्विक मंच पर सक्रियता भारत के लिए प्रमुख संपत्ति है, लेकिन इसे और समर्थन की जरूरत है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद की कूटनीतिक पहल राष्ट्रीय संकल्प और प्रभावी संचार का क्षण थी. इसने साबित किया कि एकजुट भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी आवाज स्पष्टता और दृढ़ता के साथ रख सकता है." ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस लेख का समय कांग्रेस के भीतर विवाद का कारण बना. कई नेताओं ने थरूर के बयान को BJP की विदेश और रक्षा नीतियों के खिलाफ पार्टी की रुख के विपरीत माना.
खड़गे का तंज
खड़गे ने थरूर की अंग्रेजी वाक्पटुता पर तंज कसते हुए कहा, “लोग जो मन में आएगा, लिखेंगे. हम इसमें उलझना नहीं चाहते. हम राष्ट्र के लिए एकता चाहते हैं और इसके लिए लड़ते रहेंगे. हमारे पास 34 CWC सदस्य और 30 विशेष आमंत्रित हैं, सबके अपने विचार हैं. थरूर जो कह रहे हैं, वह उनकी व्यक्तिगत राय है. हमारा ध्यान राष्ट्र को बचाने पर है. अगर कोई और चीज की चिंता कर रहा है, तो आप उनसे पूछें.”
कांग्रेस में मतभेद स्वीकार्य: वेणुगोपाल
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “आप जैसा चाहें, व्याख्या करें. क्या आप चाहते हैं कि किसी को पार्टी से निकाल दिया जाए? पार्टी में अलग-अलग राय वाले सदस्य होना कांग्रेस की खूबसूरती है, लेकिन जब पार्टी अंतिम निर्णय लेती है, तो सभी को उसका पालन करना चाहिए.”