Vikrant Massey Son: बॉलीवुड के टैलेंटेड अभिनेता विक्रांत मैसी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने अपने बेटे वरदान के जन्म प्रमाण पत्र को लेकर एक बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि उन्होंने जानबूझकर वरदान के जन्म प्रमाण पत्र में धर्म का कॉलम खाली छोड़ दिया है. विक्रांत का मानना है कि धर्म इंसानों द्वारा बनाया गया एक ढांचा है और वह अपने बेटे को किसी एक धर्म के दायरे में बांधना नहीं चाहते. उन्होंने कहा, "मैं बहुत दुखी होऊंगा अगर मेरा बेटा भविष्य में धर्म के आधार पर किसी भेदभाव या बंटवारे का सामना करे."
विक्रांत मैसी ने बेटे वरदान के जन्म प्रमाण पत्र में धर्म का कॉलम छोड़ा खाली
विक्रांत ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए बताया कि वह खुद विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाते हैं. वह मंदिर, गुरुद्वारा और दरगाह जैसे स्थानों पर श्रद्धा के साथ जाते हैं, लेकिन वह किसी एक धर्म को नहीं मानते. उनके लिए सभी धर्मों का मूल एक ही है- मानवता और प्रेम. विक्रांत का यह फैसला उनके प्रगतिशील विचारों को दर्शाता है और उन्होंने अपने बेटे को भी यही मूल्य देना चाहते हैं.
2024 में अपने बेटे का किया था वेलकम
उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि वरदान अपनी जिंदगी में अपने अनुभवों और समझ के आधार पर अपनी राह चुने. विक्रांत और उनकी पत्नी शीतल ठाकुर ने फरवरी 2024 में अपने बेटे वरदान का स्वागत किया था. इस कपल ने हमेशा अपनी निजी जिंदगी को सुर्खियों से दूर रखा है, लेकिन इस बार विक्रांत ने अपने इस फैसले को शेयर कर एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है.
'12वीं फेल' और 'मिर्जापुर' में दर्शकों ने किया खूब पसंद
विक्रांत मैसी, जो '12वीं फेल' और 'मिर्जापुर' जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए जाने जाते हैं, अपने अभिनय के साथ-साथ अपनी प्रगतिशील सोच के लिए भी चर्चा में रहते हैं. उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं और कई लोग उनकी इस सोच की तारीफ कर रहे हैं.