मुंबई: 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया के मंच पर इस बार भी फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा ने अपनी उपस्थिति से माहौल को यादगार बना दिया. अपने सेशन अनस्क्रिप्टेड द आर्ट एंड इमोशन ऑफ फिल्ममेकिंग के दौरान उन्होंने फिल्म निर्माण की दुनिया से जुड़ी कई मजेदार और दिलचस्प बातें साझा कीं है. लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाली कहानी वह थी जब एक टॉप एक्ट्रेस की मां ने उनसे फिल्म परिंदा का नरेशन पहले खुद सुनने की मांग की थी.
इस घटना को याद करते हुए विधु विनोद चोपड़ा ने खुलकर बताया कि फिल्म परिंदा के समय उनके सामने एक अजीब स्थिति आ गई थी. उनके असिस्टेंट ने उन्हें बताया कि अगले दिन सुबह दस बजे एक बहुत मशहूर एक्ट्रंस के लिए कहानी का नरेशन तय है लेकिन नरेशन वह खुद नहीं बल्कि उनकी मां सुनेंगी. यह सुनकर विधु हैरान रह गए.
डायरेक्टर ने बताया कि वह यह समझ ही नहीं पाए कि पहले मां नरेशन क्यों सुनेंगी. आमतौर पर नरेशन सीधे कलाकार को ही दिया जाता है लेकिन इस एक्ट्रेस के परिवार का नियम अलग था. मां पहले फैसला करती थीं कि कहानी सुनने लायक है या नहीं और फिर ही बेटी के सामने नरेशन दिया जाता था.
इस अजीब मांग को सुनकर विधु विनोद चोपड़ा ने अपनी अलग ही तरकीब निकाली. उन्होंने तुरंत अपनी टीम से कहा कि मां से बात कराई जाए. जैसे ही फोन मिला उन्होंने बड़े शांत अंदाज में कहा कि वह अगले दिन नरेशन नहीं कर पाएंगे क्योंकि उनके पिता कश्मीर में रहते हैं और उन्हें यहां आने में वक्त लगेगा.
जैसे ही डायरेक्टर ने मां से बात की उधर से जवाब आया कि पिता का नरेशन से क्या लेना देना. इस पर विधु ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अगर माँ नरेशन सुन सकती हैं तो फिर मेरे पिता भी पहले नरेशन सुनने आएंगे. अगर उनके और आपके बीच सब ठीक रहा तो बच्चे यानी हम कलाकार और निर्देशक मिलकर काम करेंगे.
इस जवाब ने उस समय सभी को चौंका दिया और एक्ट्रेस की मां भी हैरान रह गईं. विधु ने बताया कि उस समय उनके पास कुछ नहीं था जबकि वह एक्ट्रेस टॉप स्टार थीं. इसके बावजूद उन्होंने मजाक में ही सही लेकिन अपनी बात साफ शब्दों में कह दी.
अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, नाना पाटेकर और जैकी श्रॉफ जैसे कलाकारों से सजी यह फिल्म न सिर्फ क्रिटिकली सफल रही बल्कि दर्शकों के बीच भी बेहद पसंद की गई. इस फिल्म को हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन गैंगस्टर ड्रामा फिल्मों में गिना जाता है.