Ravi Mohan Divorce Case: साउथ सिनेमा के मशहूर एक्टर रवि मोहन और उनकी पत्नी आरती रवि का तलाक का मामला सुर्खियों में है. बुधवार, 21 मई 2025 को दोनों चेन्नई के परिवार कल्याण न्यायालय में पेश हुए थे. सुनवाई के दौरान आरती ने रवि मोहन से हर महीने 40 लाख रुपये गुजारा भत्ता मांगने वाली याचिका दायर की थी. कोर्ट ने इस मामले को 12 जून 2025 तक स्थगित कर दिया है.
लगभग 15 साल की शादी के बाद रवि मोहन ने चेन्नई परिवार कल्याण न्यायालय में तलाक की अर्जी दायर की थी. मामले को शांती और सुलह केंद्र भेजा गया, जहां दोनों ने तीन सत्रों में शांतिपूर्ण चर्चा की. मेडिटेशन के बाद मामला वापस कोर्ट में पहुंचा, और अब अगली सुनवाई की तारीख 12 जून तय की गई है.
रवि और आरती के बीच तलाक की खबरों ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ लिया. रवि मोहन ने हाल ही में एक बयान में दावा किया कि उनकी शादी में उन्हें शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा. उन्होंने सिंगर केनिशा फ्रांसिस को अपना समर्थन बताते हुए कहा कि मुश्किल वक्त में वह उनके साथ थीं. जवाब में, आरती ने रवि पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी शादी में तीसरे व्यक्ति की मौजूदगी थी और उनके पास इसके सबूत हैं.
2009 में शादी करने वाले रवि और आरती दो बेटों, आरव और अयान, के माता-पिता हैं. रवि ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि उन्हें अपने बच्चों से मिलने से रोका जा रहा है, जिससे फैंस के बीच बहस छिड़ गई. एक X पोस्ट में उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर की.
सोशल मीडिया पर इस मामले ने खूब हलचल मचाई. कुछ यूजर्स ने आरती की 40 लाख रुपये की मांग को 'हैरान करने वाला' बताया, जबकि कुछ ने रवि के पक्ष में सहानुभूति दिखाई. एक X यूजर ने लिखा, '40 लाख महीना? यह तो बहुत ज्यादा है!' वहीं, दूसरे ने रवि के बच्चों से न मिल पाने पर दुख जताया.
रवि मोहन साउथ सिनेमा के बड़े नाम हैं, जिन्हें जयम, परशक्ति और जिनी जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है. उनकी और आरती की शादी 2009 में हुई थी, लेकिन अब यह रिश्ता खत्म होने की कगार पर है. आरती ने तलाक के लिए तीसरे व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया, जबकि रवि ने इसे अपनी मुक्ति का रास्ता बताया.