नई दिल्ली: शाहरुख खान का वो डायलॉग तो आपने सुना ही होगा कि 'हम 1 बार जीते हैं, 1 बार मरते हैं, शादी भी 1 बार होती है, और प्यार वो भी 1 बार होता है..' ये सब सुनकर कितनी लड़कियां अपने मन में सपने सजा लेती हैं और वो भी शादी के लिए बिल्कुल शाहरुख जैसा लड़का चाहती हैं. अगर आप -80-90 की दशक की लड़कियों से पूछे तो उनके लिए प्यार की परिभाषा अलग होती है. सिर्फ शाहरुख-सलमान नहीं बल्कि और भी आप फिल्म देख लें जिसमें महिलाओं को उनमें अपने पति का रूप दिखता था वह चाहती थी उनको इसी तरह का पति मिले.
अगर हम आपको उदाहरण दें तो आप सबने शाहिद कपूर की फिल्म 'विवाह' तो देखी होगी. यह फिल्म न जाने कितनी लड़कियों के एक्सपेक्टेशन को बढ़ा चुकी है. पूनम की तरह हर लड़की अपने मन में प्रेम( शाहिद कपूर ने निभाया रोल) जैसा पति चाहने लगी. अब आप सोच रहे होंगे कि हम आपको ये सब क्यों बता रहे हैं तो इस उल्लेख का मतलब सिर्फ इतना है कि फिल्मों का लोगों पर कितना असर पड़ता है, लोग अपने निजी जीवन में भी उनसे प्रेरित होकर वैसी ही हरकत करने लगते हैं.
उदाहरण के तौर पर मैं आपको शाहिद कपूर की एक और फिल्म के बारे में बताते हैं जो कि 'कबीर सिंह' है. इस फिल्म में आपने देखा होगा कि कैसे एक लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के लिए पागल होता है कि वह उस पर हाथ तक उठा देता है. कई लोगों ने शाहिद के इस कैरेक्टर को रियल लाइफ में कॉपी करना शुरू किया क्योंकि उनको लगता था कि ये काफी कूल दिख रहा है.
अभी हाल ही में संदीप रेड्डी वांगा द्वारा निर्देशित यह फिल्म जिसमें रणबीर कपूर के रोल को काफी पसंद किया जा रहा है. रणबीर कपूर जो कि अपने पिता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं वह अपनी पत्नी को धोखा देकर किसी और लड़की के साथ संबंध भी बना लेते हैं. वहीं अपनी पत्नी पर हाथ भी उठा देते हैं. इस फिल्म को देखने के बाद लोगों का कहना है कि इससे लोगों को गलत संदेश मिल रहा है.