बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस कल्कि कोचलिन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी निजी जिंदगी के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि जब उनका तलाक हुआ था, तो उनके लिए किराए पर घर ढूंढना एक बड़ी चुनौती बन गई थी. उनका कहना है कि एक अकेली महिला को किराए पर घर देने के लिए मकान मालिक तैयार नहीं होते थे, जो कि उनके लिए एक मानसिक आघात जैसा था.
कल्कि ने इस बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, 'जब मेरा और अनुराग कश्यप का तलाक हुआ था, तो उस समय मेरी दो प्रमुख फिल्में रिलीज हुई थीं. 'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा' और 'ये जवानी है दीवानी.' इन फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता मिली थी, फिर भी मुझे किराए पर घर ढूंढने में कठिनाई का सामना करना पड़ा.'
एक इंटरव्यू में, एक्ट्रेस ने अपने तलाक के बाद के अपने अनुभवों के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि, एक्ट्रेस होने के बावजूद, समाज में एक अकेली महिला को किराए पर घर मिलना कितना मुश्किल हो सकता है. यह बयान उस सामाजिक सोच को उजागर करता है, जिसमें महिलाओं के अकेले रहने या तलाकशुदा होने को नकारात्मक नजरिए से देखा जाता है.
कल्कि के मुताबिक, तलाक के बाद अकेले रहने वाली महिलाओं को अक्सर एक अतिरिक्त चुनौती का सामना करना पड़ता है. वे बताती हैं, 'किसी महिला का अकेले रहना एक प्रकार का स्टिग्मा बन जाता है, खासकर जब वह तलाकशुदा हो. समाज के कुछ हिस्से में ऐसी सोच अब भी व्याप्त है कि एक महिला को घर किराए पर देना जोखिम भरा हो सकता है.'
यहां तक कि कल्कि ने इस विषय पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इस मानसिकता ने उन्हें बहुत परेशान किया, और यह उनके लिए बहुत ही असहज स्थिति बन गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि जबकि वे एक पब्लिक शख्सियत हैं और उनकी प्रोफेशनल सफलता किसी से छिपी नहीं है, फिर भी उन्हें यह महसूस हुआ कि समाज में एक महिला के प्रति सोच लोगों की अभी तक पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है.
कल्कि का यह खुलासा न केवल बॉलीवुड के ग्लैमर वर्ल्ड के बाहर की असलियत को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि समाज में महिलाओं को लेकर पहले बनी कई धारणाएं आज भी बरकरार हैं. हालांकि, यह भी साफ है कि कल्कि ने इस मुश्किल घड़ी में खुद को संभाला और अपनी पेशेवर जिंदगी में सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचीं.