मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस और सांसद जया बच्चन का मीडिया से पुराना तनाव एक बार फिर उफान पर आ गया है. बरखा दत्त के साथ बातचीत के दौरान दिया गया उनका नया बयान पैपराजी कम्युनिटी को बेहद नागवार गुजरा. उन्होंने उन पैपराजी की आलोचना की जो बिना ट्रेनिंग के उनके आसपास कैमरा लेकर खड़े हो जाते हैं. इसी दौरान उन्होंने ड्रेनपाइप टाइट गंदी पैंट पहनने वाले पैप्स का जिक्र किया, जिसने विवाद को हवा दे दी.
जया बच्चन ने कहा कि वह मीडिया की प्रोडक्ट होते हुए भी इस कल्चर को पसंद नहीं करतीं और लोगों के कपड़ों और व्यवहार के आधार पर कई सवाल भी उठाए. उनके ये शब्द तेजी से वायरल हुए और सोशल मीडिया पर जमकर बहस छिड़ गई.
जया बच्चन के बयान के तुरंत बाद कई पैप्स ने अपना रिएक्शन देते हुए इसे अपमानजनक बताया. हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए पैप पल्लव पालीवाल ने कहा कि उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह दुखद है. उन्होंने याद दिलाया कि जया बच्चन के पोते अगस्त्य की फिल्म इक्कीस जल्द रिलीज होने वाली है और कई प्रमोशन पैपराजी द्वारा ही कवर किए जाते हैं.
उन्होंने कहा अमिताभ जी हर संडे अपने घर के बाहर फैंस से मिलने निकलते हैं. कोई बड़ा मीडिया इसे कवर नहीं करता. यह हम पैप्स हैं जो इसे दर्शकों तक पहुंचाते हैं. जो लोग दिन रात मेहनत करते हैं, उनके कपड़ों को लेकर इस तरह की टिप्पणी करना गलत है.
जया बच्चन के बयान के बाद पैपराजी टीमों ने आपस में बातचीत करते हुए बच्चन परिवार की कवरेज रोकने का सुझाव दिया. पालीवाल ने कहा कि अगर पैप्स प्रमोशन कवर करना बंद कर दें तो क्या जया बच्चन अकेले फिल्म को प्रमोट कर पाएंगी. यह बयान सीधे इक्कीस की मार्केटिंग रणनीति पर सवाल खड़ा करता है. कई पैप्स ने यह भी कहा कि जया बच्चन आज के डिजिटल समय को समझ नहीं पा रही हैं और यह कि उनके परिवार के युवा सदस्य उन्हें बदलते माहौल को समझा सकते हैं.
वरिंदर चावला ने अपना रिएक्शन देते हुए कहा कि पैपराजी हमेशा से सेलेब्रिटीज़ की प्राइवेसी और सम्मान का ध्यान रखते आए हैं. उन्होंने उदाहरण दिया कि जब एक बार अमिताभ बच्चन एक फैन पर नाराज हो गए थे तो पैप्स ने उस वीडियो को पब्लिश नहीं किया क्योंकि उनकी PR टीम ने रिक्वेस्ट की थी.