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India's Got Latent Row: महाराष्ट्र साइबर सेल से रणवीर अल्लाहबादिया, आशीष चंचलानी ने किया संपर्क, जल्द कराएंगे बयान दर्ज!

कॉमेडियन समय रैना के यूट्यूब शो पर रणवीर अल्लाहबादिया के अश्लील कमेंट ने बड़े पैमाने पर विवाद पैदा कर दिया है. अब हाल ही में जानकारी के मुताबिक आशीष चंचलानी और रणवीर अल्लाहबादिया ने महाराष्ट्र साइबर सेल के अधिकारियों से संपर्क किया है.

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Edited By: Antima Pal
India's Got Latent Row
Courtesy: social media

India's Got Latent Row: कॉमेडियन समय रैना के यूट्यूब शो पर रणवीर अल्लाहबादिया के अश्लील कमेंट ने बड़े पैमाने पर विवाद पैदा कर दिया है. अब हाल ही में जानकारी के मुताबिक आशीष चंचलानी और रणवीर अल्लाहबादिया ने महाराष्ट्र साइबर सेल के अधिकारियों से संपर्क किया है. उन्होंने कहा है कि वे इंडियाज गॉट लेटेंट अश्लील टिप्पणी मामले में अपने बयान दर्ज करना चाहते हैं.

साइबर सेल से रणवीर अल्लाहबादिया, आशीष चंचलानी ने किया संपर्क

मुंबई पुलिस ने उन्हें जांच में शामिल होने और अपने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है. कॉमेडियन समय रैना के यूट्यूब शो पर रणवीर अल्लाहबादिया की "सेक्स में माता-पिता को शामिल करें" टिप्पणी ने बड़े पैमाने पर विवाद पैदा कर दिया. यह मामला संसद में भी उठाया गया, जहां सांसदों ने इंटरनेट पर सामग्री को नियंत्रित करने वाले नियमों में बदलाव की मांग की.

रणवीर अल्लाहबादिया ने अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी थी. हालांकि विवाद बढ़ गया. इससे पहले, समय रैना, जो विदेश में हैं, ने एक्स पर लिखा था कि उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल से इंडियाज़ गॉट लेटेंट के सभी एपिसोड हटा दिए हैं. 

सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर अल्लाहबादिया को लगाई थी फटकार

पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने शो में अभद्र टिप्पणी करने के लिए रणवीर अल्लाहबादिया की कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि इस तरह के व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए. अदालत ने कहा कि "इस तरह के व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए. सिर्फ इसलिए कि आप लोकप्रिय हैं, आप समाज को हल्के में नहीं ले सकते. क्या पृथ्वी पर कोई है जो इस भाषा को पसंद करेगा? उसके दिमाग में कुछ बहुत गंदा है जो उल्टी हो गई है. हमें उसकी रक्षा क्यों करनी चाहिए."

'पूरे समाज को शर्मिंदगी महसूस होगी'

न्यायमूर्ति सूर्य कांत ने कहा कि ये टिप्पणियां "विकृत मानसिकता" को दर्शाती हैं. जो शब्द आपने चुने हैं, उससे मां-बाप शर्मिंदा होंगे, बहनें शर्मिंदा होंगी. पूरे समाज को शर्मिंदगी महसूस होगी. हमारे पास एक न्यायिक प्रणाली है, जो कानून के शासन से बंधी है. अगर (अल्लाहबादिया के खिलाफ) धमकियां हैं, तो कानून अपना काम करेगा." हालांकि अदालत ने उन्हें गिरफ्तारी से राहत दे दी. साथ ही उनसे अपना पासपोर्ट जमा करने और इसकी अनुमति के बिना विदेश यात्रा नहीं करने को भी कहा है.