मुंबई: बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र का निधन पूरा फिल्म जगत और उनके करोड़ों फैंस के लिए बहुत बड़ा झटका था. लेकिन सबसे ज्यादा हैरानी तब हुई जब उनका अंतिम संस्कार पूरी तरह निजी रखा गया. कोई मीडिया, कोई फैंस, सिर्फ परिवार के कुछ चुनिंदा लोग ही मौजूद थे. लोग पूछ रहे थे कि आखिर 'ही-मैन' को आखिरी विदाई क्यों इतने गुपचुप तरीके से दी गई?
अब इस सवाल का जवाब खुद हेमा मालिनी ने दिया है. हाल ही में यूएई के मशहूर फिल्ममेकर हमाद अल रेयामी ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट शेयर की. उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र के निधन के कुछ ही दिन बाद वे हेमा मालिनी से मिलने गए थे. यह उनकी हेमा जी से पहली पर्सनल मुलाकात थी.
हमाद ने लिखा कि हेमा जी बहुत दुखी थीं, लेकिन फिर भी उन्होंने दिल खोलकर बात की. हमाद के अनुसार हेमा मालिनी ने बताया कि धर्मेंद्र जी ने जिंदगी भर कभी अपनी कमजोरी किसी को नहीं दिखाई. बीमारी के दिनों में भी वे अपना दर्द सबसे छुपाते रहे. यहां तक कि सबसे करीबी रिश्तेदारों को भी नहीं पता था कि वे कितने गंभीर रूप से बीमार हैं.
हेमा जी ने कहा, 'धर्मेंद्र कभी नहीं चाहते थे कि दुनिया उन्हें कमजोर हालत में देखे. वे हमेशा मजबूत और ही-मैन की इमेज में ही रहना चाहते थे. इसलिए परिवार ने उनकी आखिरी इच्छा का सम्मान करते हुए अंतिम संस्कार को पूरी तरह निजी रखा.'
हेमा मालिनी ने यह भी कहा कि उन्हें बहुत अफसोस है कि फैंस अपने चहेते सुपरस्टार को आखिरी बार देख भी नहीं पाए. लेकिन यह फैसला धर्मेंद्र की जिंदगी भर की सोच थी कि उनकी कमजोर तस्वीर कभी सामने न आए. हमाद अल रेयामी ने पोस्ट में लिखा- 'यह सुनकर दिल टूट गया. एक महान कलाकार जो जिंदगी भर लोगों को हंसाया, वही आखिरी पल में अकेले चला गया. लेकिन उनका यह फैसला उनकी शख्सियत को और भी बड़ा बना देता है.'
धर्मेंद्र के चाहने वाले आज भी इस दुख से उबर नहीं पाए हैं. सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि 'गरिमा और सम्मान के साथ जीना और जाना, यही असली ही-मैन होना कहलाता है.' हेमा मालिनी ने भले ही हफ्तों बाद यह राज खोला हो, लेकिन इससे धर्मेंद्र की इज्जत और प्यार करने वालों के दिलों में और बढ़ गई है.