Ajey: The Untold Story of a Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' को लेकर अंतरराष्ट्रीय विवाद खड़ा हो गया है. कतर ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी है और उसके बाद सऊदी अरब ने भी इसी राह पर चलते हुए बैन लगाने का फैसला लिया है. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब अरब देशों में इजरायल के खिलाफ गुस्सा चरम पर है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि योगी आदित्यनाथ की जीवनी पर बनी फिल्म का अरब देशों की नाराजगी से क्या संबंध है?
फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' योगी आदित्यनाथ के बचपन से लेकर उनके राजनीतिक और आध्यात्मिक संघर्षों की यात्रा को दर्शाती है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह वे साधु जीवन से निकलकर राजनीति में आए और उत्तर प्रदेश की सत्ता तक पहुंचे.
फिल्म की रिलीज से पहले ही सेंसर बोर्ड (CBFC) ने कई आपत्तियां जताईं और प्रमाणपत्र देने में समय लगाया. मामला कोर्ट तक पहुंचा और अंततः बॉम्बे हाईकोर्ट ने बिना किसी कट के फिल्म रिलीज करने की अनुमति दी. लेकिन अब कतर और सऊदी अरब जैसे देशों ने फिल्म पर बैन लगाकर नया विवाद खड़ा कर दिया है. हाल ही में रियाद में अरब-मुस्लिम शिखर सम्मेलन हुआ, जहां इजरायल के हमलों की कड़ी निंदा की गई. इस समय अरब देशों का गुस्सा इजरायल पर केंद्रित है. ऐसे में सवाल उठता है कि योगी आदित्यनाथ की जीवनी पर बनी फिल्म से उन्हें क्या समस्या है?
दरअसल, योगी की छवि हिंदुत्ववादी नेता के रूप में देखी जाती है. उनकी कुछ नीतियां, जैसे गौ-हत्या पर बैन और सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पर रोक, मुस्लिम समुदाय के लिए कठोर मानी जाती हैं. यही कारण है कि अरब देशों में उनकी छवि को लेकर संदेह बना रहता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, कतर सीधे तौर पर योगी आदित्यनाथ से परेशान नहीं है. वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप भी नहीं करता. लेकिन कतर लंबे समय से हमास और मुस्लिम ब्रदरहुड का समर्थन करता आया है. इस पृष्ठभूमि में योगी आदित्यनाथ की छवि मुस्लिम विरोधी नेता के रूप में पेश की जाती रही है. यही कारण हो सकता है कि कतर और फिर सऊदी अरब ने फिल्म पर रोक लगाने का फैसला किया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगी आदित्यनाथ को लेकर कई बार आलोचना हुई है, लेकिन इससे पहले कभी उनके खिलाफ किसी देश ने इस तरह का कदम नहीं उठाया था. यह पहली बार है जब उनकी जीवनी पर बनी फिल्म को किसी देश ने प्रतिबंधित किया है. फिल्म में भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने भी एक अहम भूमिका निभाई है. इससे फिल्म को लोकप्रियता मिलने की संभावना थी, लेकिन अब बैन ने इसे अंतरराष्ट्रीय विवाद में बदल दिया है.