Soni Razdan Wedding: सोनी राजदान, जिन्होंने 80 और 90 के दशक में अपन शानदार अभिनय प्रतिभा से दर्शकों का दिल जीता, आज भी अपनी पहचान की तलाश में हैं. एक ब्रिटिश-भारतीय एक्ट्रेस और फिल्म मेकर के रूप में उन्होंने '36 चौरंगी लेन', 'सारांश', और 'मंडी' जैसी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ी है. लेकिन मशहूर डायरेक्टर महेश भट्ट से शादी ने उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया. हाल ही में एक इंटरव्यू में सोनी ने अपने करियर और निजी जिंदगी के उतार-चढ़ाव पर खुलकर बात की.
1986 में महेश भट्ट से शादी के समय सोनी अपने अभिनय करियर के शिखर पर थीं. उनकी मुलाकात 'सारांश' के सेट पर हुई थी, जहां प्यार की शुरुआत हुई. लेकिन शादी के बाद उनके करियर में ठहराव आ गया. सोनी ने बताया, 'मैं इंडस्ट्री में अच्छा कर रही थी, लेकिन शादी के बाद काम मिलना बंद हो गया. लोग मुझे महेश भट्ट की पत्नी के तौर पर देखने लगे, और यह धारणा बन गई कि मुझे काम की जरूरत नहीं है.'
सोनी के लिए टेलीविजन धारावाहिक 'बुनियाद' एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है. रमेश सिप्पी और ज्योति सरूप के इस शो में सुलोचना के किरदार ने उन्हें दर्शकों के बीच नई पहचान दी. सोनी ने कहा, 'बुनियाद ने मुझे फिर से मौका दिया. इसके बाद मुझे कुछ बेहतरीन फिल्मों में काम करने का अवसर मिला.' इस शो ने न केवल उनके करियर को पुनर्जनन दिया, बल्कि उनकी प्रतिभा को फिर से सामने लाया.
सोनी ने इंटरव्यू में अपनी पहचान को लेकर चल रहे संघर्ष को भी बयां किया. उन्होंने कहा, 'मेरी जिंदगी में मैं हमेशा किसी की पत्नी या मां के रूप में जानी गई. यह मेरे लिए एक चुनौती रही कि मैं अपनी असली पहचान को सामने लाऊं.' आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट की मां होने के बावजूद, सोनी अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को महत्व देती हैं. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वह अपने परिवार की सफलता से खुश हैं, लेकिन उनकी अपनी यात्रा अब भी अधूरी सी लगती है. सोनी राजदान की कहानी केवल एक एक्ट्रेस की नहीं, बल्कि एक ऐसी महिला की है, जिसने समाज की रूढ़ियों और व्यक्तिगत चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी राह बनाई.