Lok Sabha Election: आगामी 20 मई को पांचवें चरण में झारखंड के चतरा लोकसभा सीट पर चुनाव होने हैं. चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव देखने को मिल रही है. एक तरफ बीजेपी प्रत्याशी कालीचरण सिंह लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाकर सभी वर्गों के मतदाताओं को अपने पक्ष में रिझाने के प्रयासों में जुटे हैं. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के कोटे से कांग्रेस के टिकट पर चतरा से भाग्य आजमा रहे केएन त्रिपाठी विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं.
दो दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा पीएम मोदी को लेकर किए गए विवादित टिप्पणी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि चतरा लोकसभा क्षेत्र में 20% की आबादी के साथ दूसरे नंबर पर रहने वाले मुसलमानों ने अपनी एक घोषणा से महागठबंधन प्रत्याशी की परेशानी बढ़ा दी है. अब तक कांग्रेस और आरजेडी के लिए जीने मरने की कसमें खाने वाले मुसलमानों ने ही महागठबंधन और उसके प्रत्याशी को बड़ा झटका दे दिया है.
लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से एक भी सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी नहीं देने से नाराज चतरा लोकसभा क्षेत्र के पांचो चतरा, पलामू, लातेहार, मनिका व पांकी विधानसभा के मुस्लिम धर्म से जुड़े बुद्धिजीवियों की मैराथन बैठक चतरा में हुई. इस दौरान बुद्धिजीवियों ने एक स्वर में महागठबंधन और उसके प्रत्याशी केएन त्रिपाठी का सामूहिक बहिष्कार करने की घोषणा की. बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चतरा के मुसलमान को अपना जागीर समझने की भूल करना छोड़ दे. अब मुसलमान पूरी तरह से जाग चुके हैं, हम अब सिर्फ दरी बिछाने वाले मुसलमान नहीं है. किसी भी परिस्थिति में भाजपा का भय दिखाकर कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन के प्रत्याशी मुसलमानों का वोट नहीं ले पाएंगे.
बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि झारखंड में आदिवासियों के बाद दूसरे नंबर पर हमारी आबादी आती है. हम 20 फीसदी आबादी के साथ कई बार गोड्डा और धनबाद समेत अन्य लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसके बाद भी महागठबंधन ने 14 में से किसी एक सीट पर भी मुसलमानों को उम्मीदवार नहीं बनाया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि झारखंड के मुसलमान यह अपमान किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं करेंगे.
मुसलमानों ने इस बात पर जोर दिया कि कई मुसलमानों ने अपनी आबादी के आधार पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की थी इसके बाद भी महागठबंधन ने उन्हें टिकट नहीं दिया. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने लोकल लीडर को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में हम सामूहिक रूप से बीजेपी के पक्ष में भी वोट करेंगे.