CBSE Board Exam New Rules: कोविड महामारी से प्रभावित एजुकेशन सिस्टम में बदलाव लाने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक अहम घोषणा की है. अब से, 2026 से कक्षा 10 के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा साल में दो बार होगी. इस नई व्यवस्था के तहत, छात्र दो बार परीक्षा दे सकेंगे और अपनी सबसे अच्छी स्कोर को रिटेन कर सकेंगे. इसके अलावा, CBSE 2026-2027 से 260 विदेशी स्कूलों के लिए एक वैश्विक पाठ्यक्रम (Global Curriculum) भी लॉन्च करेगा.
शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के नेतृत्व में आयोजित एक बैठक में, CBSE अधिकारियों और नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT), केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) के प्रमुखों के साथ नई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई. इन योजनाओं पर अगले सोमवार को सार्वजनिक विचार-विमर्श भी होगा.
CBSE ने अपनी योजना का खुलासा करते हुए बताया कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप है, जो छात्रों के लिए स्मूथ और बच्चों की पढ़ाई को बढ़ावा देता है. इस नए सिस्टम का उद्देश्य परीक्षा के एक बार होने वाले दबाव को कम करना है और छात्रों को अपनी प्रदर्शन में सुधार का अवसर देना है.
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, 'यह पहल छात्रों को एक बार के ज्यादा दवाब वाली परीक्षा से बाहर निकाल कर उन्हें सुधारने का मौका देगी. इसका उद्देश्य छात्रों को समझने और उनके विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करना है. इस बदलाव के तहत, अब छात्रों को एक ही विषय की बार-बार परीक्षा देने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपनी सबसे अच्छी स्कोर को अंतिम परिणाम के रूप में चुन सकेंगे. यह सिस्टम, अमेरिका के SAT सिस्टम की तरह, छात्रों को एक से ज्यादा प्रयास करने की अनुमति देती है.
नई सिस्टम में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखा गया है. परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है. शिक्षा मंत्री ने कहा, 'यह सुधार छात्रों के लिए एक तनावमुक्त माहौल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.' इसके अलावा, CBSE अपने Global Curriculum की शुरुआत भी करेगा, जिसमें भारतीय विषयों को शामिल किया जाएगा. यह पाठ्यक्रम 2026-2027 से 260 विदेशी स्कूलों में लागू होगा.