नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ने जनवरी 2026 शैक्षणिक सत्र के लिए आईएनआई सीईटी परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए हैं. यह परीक्षा 9 नवंबर 2025 को आयोजित की गई थी. परिणाम रोल नंबर वार जारी किए गए हैं और उम्मीदवार अब आधिकारिक वेबसाइट aiimsexams.ac.in पर अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.
एम्स की इस परीक्षा के माध्यम से देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में एमडी, एमएस, एमसीएच छह वर्ष, डीएम छह वर्ष और एमडीएस जैसे स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश मिलता है. अब परिणाम घोषित होने के बाद योग्य अभ्यर्थियों को काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा.
आईएनआई सीईटी एक राष्ट्रीय महत्व वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा है जो पीजी मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए अनिवार्य है. इस परीक्षा में चयन योग्यता आधारित प्रतिशत पर निर्भर करता है. सामान्य वर्ग, ईडब्ल्यूएस, प्रायोजित, प्रतिनियुक्त, विदेशी नागरिक और ओसीआई श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम योग्यता 50 प्रतिशत रखी गई है.
ओबीसी, एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवारों को 45 प्रतिशत प्राप्त करना आवश्यक है. भूटानी नागरिकों के लिए भी 45 प्रतिशत योग्यता निर्धारित की गई है. केवल वही उम्मीदवार काउंसलिंग में शामिल हो पाएंगे जो इस निर्धारित न्यूनतम प्रतिशत को प्राप्त करेंगे.
एम्स ने न केवल आईएनआई सीईटी पीजी परीक्षा का परिणाम जारी किया है बल्कि 28 और 29 नवंबर 2025 को आयोजित होने वाली पीजी रिसर्च मेथोडोलॉजी परीक्षा के लिए पात्र अभ्यर्थियों की संशोधित सूची भी प्रकाशित की है. इसके साथ ही जनवरी 2026 सत्र के लिए डीएम और एमसीएच कार्यक्रमों में आईएनआई एसएस प्रवेश की अंतिम सीट स्थिति भी उपलब्ध करा दी गई है. इससे उम्मीदवारों को आगामी प्रवेश प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सकेगी.
रिजल्ट डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट aiimsexams.ac.in पर जाना होगा. इसके बाद परिणाम और घोषणा सेक्शन में जाकर आईएनआई सीईटी जनवरी 2026 सत्र के योग्य उम्मीदवारों की सूची वाले लिंक पर क्लिक करना होगा. यह लिंक एक पीडीएफ फाइल में रोल नंबर वार परिणाम डाउनलोड कर देता है.
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि इस पीडीएफ को सुरक्षित रख लें क्योंकि काउंसलिंग और आगे की प्रवेश प्रक्रिया में इसकी आवश्यकता पड़ेगी. काउंसलिंग की तिथि और समय बाद में आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे. उम्मीदवारों को दस्तावेजों के सत्यापन और सीट आवंटन की पूरी प्रक्रिया को समय पर पूरा करना होगा.
एम्स और अन्य प्रतिभागी संस्थान काउंसलिंग के दौरान मेरिट और उपलब्ध सीटों के आधार पर प्रवेश देंगे. इससे सभी पात्र उम्मीदवारों को उनके प्रदर्शन और पसंद के अनुसार पाठ्यक्रम चुनने का अवसर मिलेगा.