डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई में अमेरिका ने वैश्विक व्यापारिक साझेदारों पर टैरिफ को लेकर दबाव बढ़ा दिया है. ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि वे अपने 9 जुलाई की डेडलाइन को छोटा भी कर सकते हैं ताकि देशों पर तत्काल 25% शुल्क लागू किया जा सके. इस बीच, अमेरिका के कोष सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि कुछ देशों के साथ वार्ताएं सकारात्मक दिशा में हैं, लेकिन सभी समझौते समय पर पूरे नहीं हो सकते.
फॉक्स न्यूज के एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मुझे समयसीमा बढ़ानी पड़ेगी. इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा था, मैं सभी को पत्र भेजना चाहता हूं जिसमें लिखा हो, ‘बधाई हो, अब आप 25% टैरिफ देंगे. ट्रंप का कहना है कि वे अमेरिकी व्यापार घाटा कम करने और व्यापार बाधाएं हटाने के लिए कई देशों के साथ समझौते कर रहे हैं.
ट्रंप प्रशासन ने यूके और चीन के साथ व्यापार समझौते को लेकर दावा किया है, हालांकि दोनों ही समझौतों में कुछ जटिल बिंदु अब भी बाकी हैं. ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि भारत उन देशों में शामिल है जो समझौते के करीब हैं. भारतीय व्यापार अधिकारियों की एक टीम ने हाल ही में वाशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की थी.