Year Ender 2025 SIR

सोना-चांदी खरीदने के बजाय बच्चों के लिए 'गोल्ड वॉल्ट' क्यों बना रहे आज के माता-पिता?

आज के समय में माता-पिता पारंपरिक गहनों की बजाय बच्चों के लिए 'गोल्ड वॉल्ट' बनाने की ओर बढ़ रहे हैं. यह एक आधुनिक निवेश योजना है जिसमें सोने को दीर्घकालिक संपत्ति के रूप में देखा जा रहा है.

social media
Kuldeep Sharma

नई दिल्ली: भारत में सोना हमेशा से न सिर्फ संपत्ति बल्कि भावना का प्रतीक रहा है. पहले जहां इसे केवल शादियों या त्योहारों में उपहार के रूप में दिया जाता था, वहीं अब माता-पिता इसे निवेश के रूप में देख रहे हैं.

बदलते दौर में 'गोल्ड वॉल्ट' यानी योजनाबद्ध सोना संग्रह का चलन तेजी से बढ़ा है. यह तरीका बच्चों के भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ उन्हें समझदार निवेश की सीख भी देता है.

गोल्ड वॉल्ट बन रहा है भविष्य की सुरक्षा का जरिया

आज के माता-पिता अब पारंपरिक ज्वेलरी खरीदने के बजाय 'गोल्ड वॉल्ट' बना रहे हैं. इसमें हर महीने या तिमाही सोने में थोड़ा-थोड़ा निवेश किया जाता है जो वर्षों में बड़ा फंड बन जाता है. इस फंड से बच्चों की शिक्षा, शादी या व्यवसाय जैसे खर्च पूरे किए जा सकते हैं. बढ़ती सोने की कीमतों के बीच यह तरीका लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देता है और परिवार को आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है.

निवेश का आसान और सुरक्षित तरीका

अब सोना खरीदने के लिए ज्वेलरी स्टोर जाने की जरूरत नहीं. डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETF जैसे विकल्पों ने निवेश को बेहद सरल बना दिया है. माता-पिता अब ₹10 से भी निवेश शुरू कर सकते हैं, जो सुरक्षित ऑनलाइन वॉल्ट में रखा जाता है. यह न केवल भौतिक सोना रखने की झंझट खत्म करता है बल्कि बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाव भी देता है. यह तरीका आधुनिक परिवारों के लिए सुविधाजनक और किफायती है.

सोने के सिक्कों और बार्स से निवेश को बनाएं और ठोस

डिजिटल निवेश के साथ थोड़ा सोना भौतिक रूप में रखना भी समझदारी भरा कदम है. सिक्के और बार्स में सोना खरीदना आसान होता है क्योंकि इनमें मेकिंग चार्ज नहीं देना पड़ता. माता-पिता इसे अपने बच्चों की जीवन उपलब्धियों जैसे जन्मदिन, परीक्षा परिणाम या त्योहारों से जोड़ते हैं, जिससे यह निवेश आर्थिक लाभ के साथ भावनात्मक महत्व भी हासिल करता है.

हर उपलब्धि से जोड़ें सोने का निवेश

'गोल्ड वॉल्ट' को खास बनाने के लिए इसे बच्चों की जीवन-यात्रा से जोड़ा जा सकता है. जैसे हर जन्मदिन या अकादमिक उपलब्धि पर एक छोटा सिक्का खरीदना और उस पर वर्ष अंकित करवाना. यह न सिर्फ एक सुंदर परंपरा बन जाती है बल्कि बच्चों में बचत और निवेश की आदत भी डालती है. हर साल का यह छोटा कदम भविष्य के लिए बड़ा संबल बन सकता है.

क्यों 'गोल्ड वॉल्ट' है आधुनिक दौर का सबसे समझदार उपहार

महंगाई के इस दौर में जब पारंपरिक बचत साधन पर्याप्त नहीं साबित हो रहे, गोल्ड वॉल्ट एक सुरक्षित और बुद्धिमानी भरा विकल्प बन गया है. यह निवेश न केवल समय के साथ बढ़ता है बल्कि जरूरत पड़ने पर आसानी से नकद में बदला जा सकता है. गोल्ड वॉल्ट भावनात्मक जुड़ाव और आर्थिक सुरक्षा का ऐसा मेल है जो बच्चों को एक सुनहरा भविष्य देता है.