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Gold Rate: सोना खरीदने का गोल्डन चांस, कीमतों में भारी गिरावट, MCX पर 7 हजार तक गिरे दाम

वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 2.2% गिरकर 3,216.41 डॉलर प्रति औंस हो गई. यह 14 अप्रैल के बाद का सबसे निचला स्तर है. पिछले हफ्ते सोने ने 3,500.05 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था.

Sagar
Edited By: Sagar Bhardwaj
Gold prices fall sharply prices drop by up to Rs 7000 on MCX

सोने की कीमतें गुरुवार को दो हफ्तों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गईं. व्यापार तनाव कम होने के संकेत और चीन में छुट्टियों के कारण बाजार में मंदी देखी गई. भारत में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से 7,000 रुपये नीचे आ गया. 

सोने की कीमतों में गिरावट
वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 2.2% गिरकर 3,216.41 डॉलर प्रति औंस हो गई. यह 14 अप्रैल के बाद का सबसे निचला स्तर है. पिछले हफ्ते सोने ने 3,500.05 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था. अमेरिकी सोना वायदा भी 2.8% गिरकर 3,226.90 डॉलर पर आ गया. भारत में MCX पर सोने का जून वायदा 2.66% कम होकर 92,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था. यह अपने उच्चतम स्तर 99,358 रुपये से 7,000 रुपये कम है.

अन्य धातुओं की स्थिति
चांदी की कीमतों में भी 1.3% की कमी आई और यह 32.15 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. प्लैटिनम 1.2% गिरकर 954.85 डॉलर और पैलेडियम 0.4% बढ़कर 941.14 डॉलर पर रहा. बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि व्यापार सौदों की संभावनाओं ने निवेशकों का ध्यान जोखिम वाले निवेशों की ओर मोड़ दिया, जिससे सोने की सुरक्षित निवेश की मांग कम हुई.

व्यापार तनाव में कमी का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ व्यापार समझौते हो सकते हैं. उन्होंने चीन के साथ भी सौदा होने की "बड़ी संभावना" जताई. इसके अलावा, चीनी सरकारी मीडिया से जुड़े एक सोशल मीडिया खाते ने दावा किया कि अमेरिका ने ट्रम्प के 145% टैरिफ पर बातचीत के लिए चीन से संपर्क किया है. इन खबरों से बाजार में सकारात्मक माहौल बना, जिसके चलते सोने में मुनाफावसूली हुई.

चीन में छुट्टियां और आर्थिक आंकड़े
चीन में 1 से 5 मई तक मजदूर दिवस की छुट्टियां हैं, जिसके कारण वहां का बाजार बंद रहा. टीडी सिक्योरिटीज ने कहा कि चीन की छुट्टियों के कारण बाजार में नकदी की कमी ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया. दूसरी ओर, अमेरिका में हाल के आर्थिक आंकड़ों से पता चला कि पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था सिकुड़ी और मार्च में मुद्रास्फीति स्थिर रही. अब निवेशक शुक्रवार को आने वाले अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल डेटा पर नजर रखे हुए हैं, जो अर्थव्यवस्था की दिशा तय करेगा.