दुनिया भर में उद्यमिता की चाह बढ़ रही है, लेकिन कई लोग अपने बिज़नेस विचारों को तब तक टालते रहते हैं जब तक उन्हें परिस्थितियां पूरी तरह सही न लगें.
स्किम्स की सह-संस्थापक, गुड अमेरिकन की सीईओ और शार्क टैंक की पहली ब्लैक महिला निवेशक एम्मा ग्रेडे के अनुसार, यही आदत नए उद्यमियों की सबसे बड़ी भूल बन जाती है. उनका कहना है कि सफल होने के लिए शुरुआत करना अनिवार्य है, क्योंकि जोखिम को मिटाया नहीं जा सकता उसे केवल समझकर मैनेज किया जा सकता है.
एम्मा ग्रेडे ने अपने पॉडकास्ट ‘Aspire’ पर कहा कि नए फाउंडर्स अक्सर परफेक्ट स्थिति का इंतजार करते रहते हैं और यही उनकी असफलता की शुरुआत होती है. उन्होंने माना कि उन्होंने खुद कई बार सफलता पाई और कई बार असफल भी हुईं, लेकिन एक बात हमेशा समान रही, लोग शुरुआत करने में देरी कर खुद ही मौका गंवा देते हैं. उनके अनुसार, उद्यमिता में कदम तभी बढ़ता है जब व्यक्ति 'शुरुआत के डर' को पीछे छोड़ देता है.
ग्रेडे ने माना कि वित्तीय दबाव, परिवार की जिम्मेदारियां और असफलता का डर वाजिब चिंताएं हैं, लेकिन जोखिम को हटाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि व्यवसाय शुरू करने का अर्थ ही है कि आप अनिश्चितता को अपनाएं. उनके मुताबिक, जोखिम को बाधा नहीं बल्कि सीखने के अवसर की तरह देखना चाहिए. यदि कोई प्रयास सफल न भी हो, तो अनुभव आपको और बेहतर दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता है.
स्किम्स की को-फाउंडर ने कहा कि नए उद्यमी अक्सर योजना बनाने और तैयारी की प्रक्रिया को इतना जटिल बना देते हैं कि वे शुरुआत ही नहीं कर पाते. यह ओवरथिंकिंग ही उन्हें पीछे खींचती है. वे मानती हैं कि बिजनेस लॉन्च करने के लिए अत्यधिक संसाधनों की नहीं, बल्कि एक स्पष्ट सोच और कदम बढ़ाने के साहस की जरूरत होती है. छोटा कदम भी आगे ले जाता है, जबकि अधूरी परफेक्शन हमेशा रोकती है.
ग्रेडे के विचार तकनीकी दुनिया की बड़ी हस्तियों की यात्राओं से भी मेल खाते हैं. उदाहरण के लिए, स्टीव जॉब्स ने एप्पल की शुरुआत एक गैराज से की, जबकि एनविडिया के को-फाउंडर जेनसन हुआंग ने स्वीकार किया था कि उन्हें शुरुआत में कंपनी चलाने का कोई अनुभव नहीं था. इसके बावजूद, उन्होंने जोखिम उठाया और सीखते हुए आगे बढ़ते गए. यह साबित करता है कि शुरुआत हमेशा सबसे जरूरी कदम होती है.
ग्रेडे का संदेश सीधा है 'परफेक्ट समय नहीं आता.' वे कहती हैं कि यदि आपके पास एक विचार है और उसे लेकर जुनून है, तो शुरुआत कर दें. जोखिम को समझकर योजना बनाएं, लेकिन शुरुआत को टालें नहीं. वे मानती हैं कि बिजनेस में सफलता का पहला दरवाजा तभी खुलता है जब आप अवसर की पहली सीढ़ी चढ़ने का निर्णय लेते हैं.