Nitin Gadkari gave a statement regarding EV vehicles: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें जल्द ही पेट्रोल वाहनों के बराबर हो जाएंगी. उन्होंने यह जानकारी 20वीं FICCI हायर एजुकेशन समिट 2025 में दी और साफ किया कि देश के विकास के लिए स्वच्छ ऊर्जा का अपनाना अनिवार्य है.
गडकरी ने बताया 'अगले चार से छह महीनों में इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें पेट्रोल वाहनों के बराबर हो जाएंगी.' उन्होंने कहा कि भारत हर साल ईंधन आयात पर 22 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है, जो देश के लिए आर्थिक बोझ है और पर्यावरणीय खतरा भी बनता है. मंत्री ने साफ किया कि स्वच्छ ऊर्जा के इस्तेमाल से देश की प्रगति में तेजी आएगी.
गडकरी ने कहा कि पांच साल में भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग को दुनिया में नंबर 1 बनाना लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि उनके मंत्री बनने के समय भारत का ऑटो उद्योग 14 लाख करोड़ रुपये का था, जो अब 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका (78 लाख करोड़) और चीन (47 लाख करोड़) का उदाहरण देते हुए भारत की स्थिति बताई.
मंत्री ने किसानों द्वारा मक्का से ईथेनॉल उत्पादन के जरिए 45,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि 2027 तक पूरे देश में पृथक ठोस कचरे का उपयोग सड़क निर्माण में किया जाएगा. इस योजना से न केवल कचरे का मूल्य मिलेगा बल्कि रोजगार और पर्यावरण सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी.
गडकरी ने कहा कि उच्च शिक्षा और कौशल विकास देश की ताकत है. उन्होंने कहा 'यदि हम युवाओं को सही शिक्षा और कौशल देंगे, तो भारत दुनिया में आगे बढ़ सकता है.' उन्होंने उच्च शिक्षा संस्थानों से तकनीकी नवाचार और प्रायोगिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने की जरूरत बताई.