भारतीय अरबपति गौतम अडानी के समूह पर अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों के उल्लंघन की संभावना को लेकर नई जांच शुरू की है. वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, यह जांच अडानी समूह की कंपनियों द्वारा ईरान से जुड़े व्यापारिक लेनदेन की संलिप्तता पर केंद्रित है.
मुंद्रा-पर्सियन गल्फ मार्ग पर संदिग्ध गतिविधियां
WSJ की जांच में पाया गया कि गुजरात के मुंद्रा और पर्सियन गल्फ के बीच चलने वाले टैंकरों में ऐसी विशेषताएं थीं, जो विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिबंधों से बचने वाले जहाजों में आम हैं. अडानी समूह के एक प्रवक्ता ने WSJ को दिए बयान में कहा, "अडानी समूह स्पष्ट रूप से प्रतिबंधों से बचने या ईरानी मूल के एलपीजी से जुड़े व्यापार में किसी भी जानबूझकर की गई संलिप्तता से इनकार करता है." उन्होंने आगे कहा, "हमें इस विषय पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा किसी भी जांच की जानकारी नहीं है."
अमेरिकी प्रतिबंध और अडानी पर आरोप
मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की थी कि ईरानी तेल या पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खरीद पूरी तरह बंद होनी चाहिए, और ऐसा करने वाला कोई भी देश या व्यक्ति तत्काल द्वितीयक प्रतिबंधों का सामना करेगा. यह जांच ऐसे समय में शुरू हुई है, जब कुछ महीने पहले अमेरिकी अधिकारियों ने गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी पर बिजली आपूर्ति अनुबंध हासिल करने के लिए रिश्वत देने और अमेरिका में फंड जुटाने के दौरान निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया था. अडानी समूह ने इन आरोपों को "निराधार" बताया और "सभी संभावित कानूनी उपाय" करने की प्रतिबद्धता जताई.