Vaastu Tips: वास्तुशास्त्र में कई ऐसे उपाय दिए गए हैं, जिनको अपनाकर आप धनवान बन सकते हैं. वास्तुदोष के कारण व्यक्ति को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. वास्तु शास्त्र में धन की कमी को दूर करने के लिए कई सारे उपाय हैं. जब हम अनजाने में कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिनके कारण वास्तु दोष लगता है तो हमे धन संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही कर्ज भी बढ़ने लगता है.
वास्तु के अनुरूप कुछ परिवर्तन करके आप धन को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं. घर में सुख-शांति और खुशहाली पाने के लिए आप कुछ चीजों का स्थान परिवर्तन कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि किन उपायों को अपनाकर धन की समस्या को दूर किया जा सकता है.
वास्तु से जुड़े करें ये उपाय
- वास्तु के अनुसार घर में मनी प्लांट और क्रासुला प्लांट को रखना काफी शुभ माना गया है. यह दोनों की पौधे धन को आकर्षित करते हैं.
- घर की उत्तर दिशा धन के देवता कुबेर की दिशा होती है. वास्तु के अनुसार घर की अलमारी को दक्षिण दिशा में ऐसी जगह रखें, जहां से उसका मुंह उत्तर दिशा की ओर खुले.
- एक अखंडित भोजपत्र पर मोरपंख से लाल चंदन की स्याही से 'श्रीं' लिखें. इसके बाद ये भोजपत्र अपनी तिजोरी में रख दें. इससे तिजोरी धन से भरी रहेगी. लाल चंदन की स्याही बनाने के लिए आप लाल चंदन का पानी में घोल सकते हैं.
- घर की दहलीज को कभी भी टूटा-फूटा मत रखें.अगर ऐसा है भी तो उसकी तुरंत मरम्मत करा लें और रोज शाम को उसका पूजन करें. इससे माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है.
- घर में दक्षिण-पश्चिम दिशा में कभी भी बाथरूम नहीं होना चाहिए. इससे व्यक्ति पर कर्ज का बोझ बढ़ता है.
- आप अपने घर या फिर दुकान की उत्तर-पूर्व दिशा में कांच लगा सकते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि यह कांच लाल, सिंदूरी या फिर मैरून रंग का नहीं होना चाहिए.
- अगर आप कर्ज की किस्त को चुकाने जा रहे हैं तो इसके लिए दिन मंगलवार चुनें. मंगलवार के दिन पैसा लौटाने से कर्ज जल्दी उतरता है.
- घर के लिविंग रूम में पूर्व दिशा की दीवार पर सात घोड़ों की दौड़ते हुए पेंटिंग लगाएं. वहीं, हरियाली वाली पेंटिंग आप बेडरूम और लिविंग रूम में लगा सकते हैं. इससे घर में समृद्धि आती है.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.