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Vinayak Chaturthi 2025: आज विनायक चतुर्थी पर बन रहे हैं शुभ योग, ऐसे करें गणपति बप्पा की पुजा; घर में होगा सुख-समृद्धि का वास!

Vinayak Chaturthi 2025: आज का दिन बेहद खास है क्योंकि 2025 में विनायक चतुर्थी का पर्व कुछ खास संयोगों के साथ आ रहा है. यह दिन सिर्फ पूजा का नहीं, बल्कि मनोवांछित फल प्राप्त करने का भी है.

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Edited By: Princy Sharma
Vinayak Chaturthi 2025
Courtesy: Pinterest

Vinayak Chaturthi 2025: आज का दिन बेहद खास है क्योंकि 2025 में विनायक चतुर्थी का पर्व कुछ खास संयोगों के साथ आ रहा है. यह दिन सिर्फ पूजा का नहीं, बल्कि मनोवांछित फल प्राप्त करने का भी है. गणपति बप्पा की कृपा से जीवन के सारे दुख दूर होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल विनायक चतुर्थी पर जो खास योग बन रहे हैं, वो किसी भी साधक को बेहद लाभकारी हो सकते हैं. तो चलिए जानते हैं इस दिन पूजा करने के सही तरीके और साथ ही वो खास संयोग जो इस दिन के महत्व को और बढ़ा रहे हैं.

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी 29 मई को रात 11:18 बजे से शुरू होकर 30 मई को रात 9:22 बजे तक रहेगी. यदि आप इस दिन गणपति बप्पा की पूजा विधिपूर्वक करना चाहते हैं, तो पूजा का सर्वोत्तम समय सुबह 11:01 बजे से लेकर दोपहर 1:42 बजे तक रहेगा. इस दौरान पूजा करने से आपको विशेष लाभ मिल सकता है.

बन रहे हैं शुभ योग

इस बार विनायक चतुर्थी पर सर्वार्थसिद्धि योग, रवि योग और पुष्य नक्षत्र का बेहद शुभ संयोग बन रहा है. ज्योतिषियों का कहना है कि सुबह 5:24 बजे से लेकर रात 9:29 बजे तक ये खास योग जारी रहेंगे. इन योगों के प्रभाव से आपके घर में सुख-समृद्धि का वास हो सकता है और भगवान गणेश की कृपा से हर काम में सफलता मिलने के योग बन सकते हैं. इस दिन गणेश पूजा करने से आपको सिद्धि, बुद्धि और समृद्धि का वरदान भी मिल सकता है.

गणेश पूजा की आसान विधि

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके लाल रंग के कपड़े पहनें और सूर्य देव को तांबे के लोटे से अर्घ्य अर्पित करें. फिर गणपति बप्पा के मंदिर में जाकर एक जटा वाला नारियल और मोदक प्रसाद के रूप में अर्पित करें. गुलाब के फूल और दूर्वा का भी चढ़ावा चढ़ाएं. साथ ही, "ॐ गं गणपतये नमः" का जाप 27 बार करें और धूप दीप अर्पित करें. यदि आप घर में पूजा कर रहे हैं, तो अपनी सामर्थ्य के अनुसार पीतल, तांबा, मिट्टी या चांदी से बनी गणेश प्रतिमा स्थापित करें और फिर संकल्प के बाद पूजा करें. अंत में गणेश जी की आरती करें और मोदक बच्चों को वितरित करें.

क्यों है इस दिन का महत्व?

विनायक चतुर्थी का पर्व हर साल होता है, लेकिन इस साल बने खास संयोग इस दिन को और भी विशेष बना रहे हैं. खासतौर पर, इस दिन भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. साथ ही, यह दिन आपकी जिंदगी में सुख-समृद्धि और मानसिक शांति का कारक बन सकता है. इसलिए इस दिन पूजा में कोई कसर न छोड़ें, क्योंकि यह आपके लिए बेहद फलदायी साबित हो सकता है.

यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  theindiadaily.com  इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.