Shami Plant Importance: दशहरा पूरे देश में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व माना जाता है. इसबार दशहरा 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा. यह पर्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि जीवन में समृद्धि और सुख-शांति लाने वाला भी माना जाता है. परंपराओं के अनुसार, दशहरे के दिन कुछ विशेष उपाय करने से अपार धन-धान्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इन्हीं उपायों में शमी का पौधा घर में लगाना बेहद शुभ माना गया है.
हिंदू धर्म में शमी वृक्ष का महत्व अत्यंत विशेष है. इसे शनि देव से जुड़ा हुआ पौधा बताया गया है. शास्त्रों के अनुसार, शमी का पौधा धन और ऐश्वर्य देने वाला माना गया है. भगवान श्रीराम ने रावण से युद्ध शुरू करने से पहले शमी वृक्ष को प्रणाम किया था और विजय की कामना की थी. इसी कारण दशहरे के दिन इसकी पूजा करने की परंपरा है.
महाभारत में भी शमी वृक्ष का महत्व बताया गया है. पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान अपने दिव्य अस्त्र-शस्त्र शमी वृक्ष में छिपाए थे. बाद में जब युद्ध का समय आया तो उन्होंने वही अस्त्र निकालकर कुरुक्षेत्र युद्ध में विजय प्राप्त की. इसलिए शमी को साहस, विजय और सफलता का प्रतीक माना जाता है.
शमी के पौधे की पत्तियों को ‘सोने जैसी पत्तियां’ कहा जाता है. महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के कई राज्यों में दशहरे के दिन शमी की पत्तियां एक-दूसरे को बांटने की परंपरा है, जिसे ‘सोना बांटना’ कहा जाता है. मान्यता है कि ये पत्तियां असली सोने जितनी ही शुभ होती हैं. इन्हें घर में रखने से तिजोरी कभी खाली नहीं होती और हमेशा धन-समृद्धि बनी रहती है.
मान्यता यह भी है कि शमी का पौधा घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और वास्तु दोष समाप्त होते हैं. इसकी पत्तियों को पूजा स्थान या तिजोरी में रखने से घर में सुख-शांति बनी रहती है. दशहरे के दिन शमी के पौधे को जल चढ़ाकर, दीपक जलाकर और उसकी विधिवत पूजा करने से जीवन में नई ऊर्जा और भाग्य वृद्धि होती है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, शमी के पौधे को लगाने से शनि के अशुभ प्रभाव भी कम हो जाते हैं. यही कारण है कि ज्योतिष और धर्म दोनों दृष्टिकोण से यह पौधा अत्यंत शुभ माना जाता है. दशहरे पर यदि कोई व्यक्ति शमी का पौधा घर में लगाकर उसकी पूजा करे तो उसके जीवन में धन, ऐश्वर्य और विजय की राह खुल सकती है.