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Pausha Putrada Ekadashi 2025: जनवरी में कब है पौष पुत्रदा एकादशी? यहां जानें तारीख और पूजा का समय

जो लोग संतान पाना चाहते हैं लेकिन उनकी ये मनोकामना पूरी नहीं हो पा रही है तो उन माता पिता के लिए साल का पहला एकादशी व्रत बहुत खास माना जाता है. चलिए जानते हैं इस व्रत को कैसे रखा जाता है. इसका महत्व क्या है.

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Edited By: Reepu Kumari
Pausha Putrada Ekadashi 2025
Courtesy: Pinteres

Pausha Putrada Ekadashi 2025: संतान प्राप्ति के लिए 2025 का पहला एकादशी व्रत बहुत खास माना जाता है. जानें जनवरी में कब रखा जाएगा साल का पहला एकादशी व्रत.  एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और पुण्य का फल मिलता है। साल भर में 24 एकादशी व्रत आते हैं.

शास्त्रों के अनुसार जो लोग भक्ति भाव से एकादशी व्रत करते हैं, उन्हें परम गति की प्राप्ति होती है. नया साल 2025 शुरू हो चुका है. आइए जानते हैं साल की पहली एकादशी कौन सी होगी और उसका क्या लाभ होगा.

पौष पुत्रदा एकादशी 2025 तिथि

नए साल की पहली एकादशी पौष पुत्रदा एकादशी होगी, जो 10 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी. ऐसा माना जाता है कि जो लोग एकादशी का व्रत रखते हैं उन्हें सुख, शांति, समृद्धि और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

पौष पुत्रदा एकादशी 2025 समय

पौष मास की शुक्ल पक्ष पुत्रदा एकादशी 9 जनवरी 2025 को दोपहर 12:22 बजे शुरू होगी और 10 जनवरी 2025 को सुबह 10:19 बजे समाप्त होगी.

पूजा मुहूर्त: सुबह 8:34 बजे से 11:10 बजे तक

पौष पुत्रदा एकादशी 2025 व्रत पारण समय

पौष पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण 11 जनवरी 2025 को प्रातः 7:15 से 8:21 बजे के बीच किया जाएगा. द्वादशी तिथि उसी दिन प्रातः 8:21 बजे समाप्त होगी.

एकादशी व्रत कैसे रखें

एकादशी के दिन निर्जला व्रत रखने की परंपरा है. हालांकि, अगर निर्जला व्रत रखना संभव न हो तो फलाहार भी किया जा सकता है. फलों के साथ दूध का सेवन भी किया जा सकता है.

पौष पुत्रदा एकादशी व्रत क्यों रखा जाता है?

एकादशी व्रत देवी एकादशी को समर्पित है, जिनका प्राकट्य भी एकादशी तिथि को हुआ था. भगवान विष्णु ने उनका नाम एकादशी रखा और उन्हें आशीर्वाद दिया कि जो कोई भी इस दिन व्रत रखेगा और भगवान विष्णु की पूजा करेगा, वह पापों से मुक्त हो जाएगा और सर्वोच्च लोकों को प्राप्त करेगा. पौष पुत्रदा एकादशी व्रत संतान प्राप्ति और बच्चों की भलाई के लिए किया जाता है.

डिस्क्लेमर: इस लेख की सामग्री पूरी तरह से मान्यताओं पर आधारित है और इसे सामान्य मार्गदर्शन के रूप में लिया जाना चाहिए. व्यक्तिगत अनुभव भिन्न हो सकते हैं. इंडिया डेली प्रस्तुत किसी भी दावे या जानकारी की सटीकता या वैधता का दावा नहीं करता है. यहां चर्चा की गई किसी भी जानकारी या विश्वास पर विचार करने या उसे लागू करने से पहले किसी योग्य विशेषज्ञ से परामर्श करने की दृढ़ता से अनुशंसा की जाती है.