नई दिल्ली: नए साल से पहले रिश्तों को लेकर भविष्यवाणियां तेज़ हो जाती हैं. साल 2026 को लेकर ज्योतिषियों का कहना है कि शनि और राहु की चाल कई रिश्तों की परीक्षा लेगी. जिन संबंधों में संवाद कमजोर है या भरोसे की नींव हिल चुकी है, उनमें दूरी बढ़ सकती है. वहीं शुक्र की स्थिति कुछ लोगों के लिए नई प्रेम संभावनाओं का द्वार खोल सकती है. यह चर्चा खासतौर पर युवाओं और शादीशुदा जीवन में बदलाव की आहट महसूस कर रहे लोगों के बीच गर्म है.
2026 में रिश्तों पर डिजिटल लाइफ, करियर प्रेशर और लॉन्ग-डिस्टेंस कल्चर का असर और गहरा होगा. इसलिए अलगाव और नए प्यार दोनों के मामलों में बढ़ोतरी दिख सकती है. लेकिन ये अनुमान किसी एक व्यक्ति के भविष्य पर नहीं, बल्कि सामूहिक रुझानों और ग्रहों के प्रभाव के मिलेजुले अध्ययन पर आधारित हैं. रिश्ते टूटें या बनें, दोनों में परिस्थितियां और फैसले अहम भूमिका निभाएंगे.
ज्योतिषियों के अनुसार शनि की सख्ती स्थिरता मांगती है. जिन रिश्तों में जिम्मेदारी से बचने की प्रवृत्ति है, वहां टकराव बढ़ सकता है. राहु भ्रम और गलतफहमियां बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जिससे अचानक बहस और भावनात्मक फैसले हो सकते हैं. वहीं शुक्र प्रेम और आकर्षण का कारक है, जो सिंगल लोगों के जीवन में नई मुलाकातों और प्रेम प्रस्तावों की संभावना बढ़ा सकता है.
2026 में नौकरी, पढ़ाई और प्रोफेशनल ट्रैवल के कारण कपल्स के बीच दूरी बढ़ सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार लॉन्ग-डिस्टेंस रिलेशनशिप में भरोसा और संवाद बनाए रखना बड़ी चुनौती रहेगा. जिन जोड़ियों ने 2025 में ही रिश्ते में अनसुलझे तनाव जमा कर लिए हैं, वे 2026 में निर्णायक मोड़ पर पहुंच सकती हैं. अलगाव का कारण अक्सर भावनाओं से ज्यादा परिस्थितियां बनती हैं.
तलाक के मामलों में बढ़ोतरी की संभावना का मुख्य आधार सामाजिक पैटर्न है. आर्थिक दबाव, परिवारों के बीच मतभेद, समय की कमी और डिजिटल लत रिश्तों में खाई बना रहे हैं. काउंसलर बताते हैं कि जो कपल्स समस्या स्वीकार कर समाधान नहीं खोजते, वे कानूनी अलगाव तक पहुंच सकते हैं. हालांकि हर अलगाव तलाक में बदले, यह जरूरी नहीं. जागरूकता और मदद लेने से रास्ते बच भी सकते हैं.
साल 2026 कुछ लोगों के लिए रोमांटिक रीस्टार्ट का साल बन सकता है. ज्योतिषी कहते हैं कि शुक्र और चंद्र की सकारात्मक स्थिति नए रिश्तों में भावनात्मक जुड़ाव और आकर्षण बढ़ाएगी. सोशल एक्सपर्ट्स के अनुसार 2026 में लोग असफल रिश्तों से सीख लेकर बेहतर पार्टनर चुनने में अधिक समझदारी दिखा सकते हैं. नया प्यार अक्सर नई सोच और नई मुलाकातों का परिणाम होता है.
रिश्तों के टूटने या बनने की भविष्यवाणी एक आकलन है, कोई अंतिम फैसला नहीं. बुज़ुर्ग और विशेषज्ञ दोनों यही कहते हैं कि अगर भरोसा, संवाद और समय दिया जाए, तो बड़े संकट भी टल सकते हैं. 2026 में रिश्तों के लिए सबसे बड़ी भविष्यवाणी यही है कि समझदारी बढ़ेगी, लेकिन जो समझ नहीं बढ़ाएंगे, वे मुश्किल भी झेलेंगे. इसलिए बदलाव से डरने के बजाय रिश्तों पर काम करना बेहतर कदम होगा.
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