Women Quit Government Job: भारतीय समाज में माता-पिता का सबसे बड़ा सपना होता है कि उनके बच्चे सरकारी नौकरी हासिल करें. यह नौकरी न केवल आर्थिक स्थिरता देती है, बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा का भी आधार मानी जाती है. माता-पिता अपने बच्चों के लिए सब कुछ दांव पर लगा देते हैं ताकि उनके रिज्यूमे में 'सरकारी कर्मचारी' का ठप्पा लग सके. लेकिन क्या सरकारी नौकरी वाकई हर किसी के लिए खुशी का सबब बनती है? एक महिला की कहानी ने इस धारणा को चुनौती दी है, जिसने अपनी बैंकिंग क्षेत्र की सरकारी नौकरी छोड़कर अपनी मानसिक शांति और खुशी को प्राथमिकता दी.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में इस महिला ने अपनी कहानी शेयर की. उन्होंने बताया कि उनकी सरकारी नौकरी "मानसिक रूप से थका देने वाली" थी. सोशल मीडिया पर अपलोड की गई रील में महिला में कहा कि, "मैंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी. मेरा मन कभी शांत नहीं हुआ. यह मानसिक रूप से थका देने वाला और थैंकलेस काम है. धीरे-धीरे मैं उस व्यक्ति से नफ़रत करने लगी जो मैं बन रही थी. मुझे अपने फ़ैसले पर कोई पछतावा नहीं है. यकीन मानिए, किसी अनजान जगह को छोड़ने के बाद आपको जो खुशी और मानसिक शांति मिलती है, वह आपके किसी भी पछतावे से कहीं ज़्यादा बेहतर है," उन्होंने कहा. इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर 'वाणी और सावी 'कंटेंट क्रिएटर्स' हैंडल से शेयर किया गया, जिसे अब तक 56 हज़ार से अधिक लोग देख चुके हैं.
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
इस वीडियो ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी. कुछ लोगों ने महिला के साहस और 'विवेक' को चुना, तो कुछ ने इस कदम पर सवाल उठाए. एक यूज़र ने कहा, "आजकल हर कोई ट्रैवल व्लॉगर बनने के लिए नौकरी छोड़ रहा है." वहीं, एक अन्य ने अपनी कहानी शेयर करते हुए लिखा, "मैंने 2009 में एसबीआई जॉइन किया और 2021 में नौकरी छोड़ दी. मैंने अपना बुटीक खोला और उसे चलाया. मैं बहुत खुश और आज़ाद महसूस कर रहा हूं." हालांकि, कुछ लोगों का मानना था कि नौकरी छोड़ना हर किसी के लिए आसान नहीं. एक यूज़र ने कमेंट की, "कुछ लोगों के लिए नौकरी एक विलासिता है क्योंकि उनके पास मज़बूत आर्थिक पृष्ठभूमि होती है. कुछ के लिए, काम करना ज़रूरी है, भले ही इसका मतलब ज़िंदगी जलाना ही क्यों न हो.
(ये वीडियो महिला की सोशल मीडिया हैंडल से पर शेयर की गई रील के आधार पर लिखी गई है. 'इंडिया डेली' इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता)