सोशल मीडिया पर लोग अपनी बातें खुलकर रखते हैं. अक्सर लोगों की कही बातों को लेकर खूब वाद-विवाद भी होता है. बहस स्वस्थ हो तो यह फायदेमंद भी होती है. अब एक ऐसी ही बहस ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. पिछले कई दिनों से प्रतीक पटेल नाम का एक शख्स जबरदस्त विवादों में है. ब्राह्मणों, हिंदू धर्म के देवी-देवताओं और अन्य धार्मिक प्रतीकों पर विवादित टिप्पणी को लेकर चर्चा में आए प्रतीक पटेल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है. कुछ हिंदू संगठनों ने पुलिस से शिकायत भी की है. इस बीच सोशल मीडिया पर प्रतीक पटेल के समर्थन में और उनके खिलाफ भी जमकर कैंपेन चल रहा है. अब प्रतीक पटेल के पुराने ट्वीट्स भी वायरल हो रहे हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतीक के कई पुरानी ट्वीट चर्चा का विषय बने हुए हैं. इन्हीं को शेयर करते हुए बहुत सारे लोग बिहार पुलिस को टैग कर रहे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस पर पटना पुलिस ने बताया है कि साइबर पुलिस पटना को यह मामला भेजा गया है और कानूनी कार्यवाही करने को कहा गया है. इस पर प्रतीक पटेल के समर्थकों का कहना है कि पुलिस की धमकी देकर डराया नहीं जा सकता है.
श्री हनुमान का मज़ाक़ कब तक ऐसे उड़ाया जाएगा? अब नहीं 💪🏻
— Legal Hindu Defence (@legalhindudef) July 14, 2024
हनुमान जी पर अभद्र ट्वीट करके और उनको दलित कहकर मज़ाक़ उड़ाने पर छोड़ा नहीं जायेगा। पुलिस कार्यवाही ज़रूर होगी 🚩🔥
No more jokes about Lord Hanuman. Making disrespectful tweets not tolerated. Police action will follow. pic.twitter.com/DhtRCJk6Kb
ट्विटर प्रोफाइल के मुताबिक, प्रतीक पटेल बिहार में ऑल इंडिया बैकवर्ड क्लास फेडरेशन के यूथ प्रेसिडेंट हैं. वह खुद को तेजस्वी यादव का सिपाही और सामाजिक का कार्यकर्ता बताते हैं. प्रतीक की प्रोफाइल पर पिन किए हुए एक ट्वीट के मुताबिक, वह 28 जनवरी तक नीतीश कुमार के साथ थे लेकिन उनके एनडीए में जाने के फैसला का समर्थन नहीं किया और तेजस्वी के समर्थन में खड़े हो गए.
आप सभी लोग @bihar_police , @SdpoMasaurhi1 को टैग कर अपने ट्वीट में इस व्यक्ति की गिरफ्तारी की मांग कर..
— Bhuमिहार सागर (@iRoyalBhumihar) July 13, 2024
आपका एक रिपोस्ट ( RT ) इस व्यक्ति के गिरफ्तारी के नाम
सेवा में,
श्री मान @bihar_police , @SdpoMasaurhi1 ,
नाम - प्रतीक पटेल
पता - मसौढ़ी , बिहार
काम - देवी देवताओं एव… pic.twitter.com/bc3o7MxgR4
ट्विटर पर अपने खिलाफ चल रहे कैंपेन के बारे में प्रतीक ने लिखा है, 'कुछ नफरत वादी लोग बिहार पुलिस पर जबरदस्ती दबाव बना रहे हैं ताकि मेरे ऊपर कारवाई की जाए, जबकि उस ट्वीट में ऐसा कुछ नहीं है जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हो. वह राजनीतिक ट्वीट था जो हाजीपुर चुनाव पर था. मेरे समर्थन में पूरे देश से आवाज उठ रही है इसके लिए आप सभी का आभार.'