'सलाम है भाई तुझे...', मुंबई रेलवे प्लेटफॉर्म पर महिला की डिलीवरी में व्यक्ति ने की मदद, Video देख लोगों ने बांधे तारीफ के पुल

मुंबई के राम मंदिर रेलवे स्टेशन पर देर रात एक व्यक्ति ने अद्भुत बहादुरी दिखाई. यात्रा के दौरान एक महिला को अचानक प्रसव पीड़ा हुई, तो उसने तुरंत ट्रेन की इमरजेंसी चेन खींची और प्लेटफॉर्म पर ही बच्चे के जन्म में मदद की. उसकी सूझबूझ से मां और बच्चे की जान बच गई.

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Princy Sharma

Man Helps Deliver Baby On Train: मुंबई के राम मंदिर रेलवे स्टेशन पर देर रात एक बहादुरी भरे काम की ऑनलाइन खूब तारीफ हो रही है. एक व्यक्ति ने ट्रेन के प्लेटफार्म पर ही बच्चे को जन्म देने में मदद की, जब यात्रा के दौरान एक महिला को अचानक प्रसव पीड़ा (Labor pain) शुरू हो गई.

यह घटना रात करीब 1 बजे हुई. एक यात्री ने एक महिला को गंभीर दर्द में देखा और उसे रोकने के लिए तुरंत ट्रेन की आपातकालीन चेन खींच दी. प्रत्यक्षदर्शी मंजीत ढिल्लों द्वारा इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक पोस्ट के अनुसार, उस व्यक्ति की त्वरित कार्रवाई ने उस रात मां और बच्चे, दोनों की जान बचाई.

'मुझे आज भी यह...'

ढिल्लों ने लिखा, 'यह व्यक्ति वास्तव में बहादुर है शब्दों में उसका वर्णन नहीं किया जा सकता. यह घटना रात करीब 1 बजे राम मंदिर स्टेशन पर शुरू हुई जब उसने आपातकालीन चेन खींची. मुझे आज भी यह सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं बच्चा आधा बाहर था और आधा अभी भी मां के अंदर था. ऐसा लगा जैसे भगवान ने इस व्यक्ति को किसी खास मकसद से वहां भेजा हो.'

डॉक्टर ने वीडियो कॉल पर दिया मार्गदर्शन

यूजर आगे लिखता है, 'जब लोग मदद के लिए दौड़े, तो उस व्यक्ति ने महिला को प्रसव में मदद की. एक डॉक्टर ने वीडियो कॉल के जरिए उसका मार्गदर्शन किया. ऑनलाइन शेयर किए गए एक वीडियो में, उस व्यक्ति ने कहा मैंने ऐसा पहली बार किया है. मैं बहुत डरा हुआ था, लेकिन वीडियो कॉल पर मौजूद मैडम ने मेरी मदद की.' 

ढिल्लों ने बताया कि कई लोगों ने एम्बुलेंस का इंतजार करते हुए डॉक्टरों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें आने में काफी समय लग गया. आखिरकार, एक महिला डॉक्टर ने वीडियो कॉल पर उस व्यक्ति की मदद की और उसने उनके निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन किया. ढिल्लों ने कहा कि उसकी हिम्मत वाकई कमाल की थी.

अस्पताल ने मदद देने से किया मना

पोस्ट में यह भी बताया गया कि महिला का परिवार पहले ही अस्पताल जा चुका था, लेकिन उन्हें मदद देने से मना कर दिया गया, जिसके कारण उन्हें ट्रेन में वापस लौटना पड़ा. ढिल्लों ने इसे बेहद शर्मनाक बताया.

उस व्यक्ति की त्वरित सोच की बदौलत मां और बच्चा दोनों बच गए. ढिल्लों ने कहा, 'उस रात, इस व्यक्ति ने दो लोगों की जान बचाई. उसने मां और बच्चे, दोनों की मदद की और यह सुनिश्चित किया कि वह सुरक्षित अस्पताल पहुंच जाए. मैं बता भी नहीं सकता कि मैं इस समय कैसा महसूस कर रहा हूं.'

यह वीडियो और पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोगों ने उस व्यक्ति की एक सच्चे हीरो के रूप में प्रशंसा की. एक व्यक्ति ने लिखा, 'रोंगटे खड़े हो गए!! आजकल ऐसे बहादुर लोग कम ही देखने को मिलते हैं!' एक अन्य ने कहा, 'बिना वर्दी वाला एक असली हीरो.'