नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर रेलवे स्टेशन का एक परेशान करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे सांप्रदायिक तनाव और कमजोर समुदायों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. एक्स पर @iamnarendranath द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में एक हिंदू संगठन से जुड़े नकाबपोश लोग प्रवासी मजदूरों को 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर करते, उनके आधार कार्ड चेक करते और उन पर हमला करते दिख रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना 28 और 29 दिसंबर की रात को हुई, जब स्टेशन पर गरीब प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया गया. हमलावरों ने मजदूरों की पहचान पर सवाल उठाए और विरोध करने वालों के खिलाफ धमकी और हिंसा का इस्तेमाल किया. इस वीडियो से खासकर मुस्लिम समुदाय में गुस्सा भड़क गया है, जिससे सार्वजनिक जगहों पर लक्षित हमलों का डर सामने आया है. यहां देखें वीडियो
ओडिशा के बालासोर रेलवे स्टेशन पर गरीबों पर अपनी धौंस गुंडई दिखाते जाहिलों की फौज। फिर भगवान राम का नाम बदनाम करते हुए pic.twitter.com/hQdiCDNtXk
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) December 29, 2025
रेलवे स्टेशन, जहां रोजाना हजारों यात्री आते हैं उन्हें संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र माना जाता है और ऐसी घटनाएं प्रशासनिक सुरक्षा उपायों पर भरोसे को कम करती हैं. कई लोगों ने स्थानीय अधिकारियों की हमले को रोकने में नाकाम रहने के लिए आलोचना की है और अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग बढ़ रही है.
यह घटना भारत भर में कई बीजेपी शासित राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा के व्यापक चलन का हिस्सा है. हाल के हफ्तों में, मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की कई रिपोर्टें सामने आई हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल में मॉब लिंचिंग की घटनाएं से लेकर हिमाचल प्रदेश में कश्मीरी युवाओं पर हमले शामिल हैं. 28 दिसंबर को बरेली में भी इसी तरह का हमला हुआ था, जहां एक हिंदू संगठन के सदस्यों ने एक कैफे में एक मुस्लिम व्यक्ति पर हमला किया था. पुलिस ने इन घटनाओं में मामले दर्ज किए हैं, लेकिन ऐसे हमलों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं.
वायरल बालासोर वीडियो ने अल्पसंख्यक समुदायों में डर बढ़ा दिया है, यह दिखाते हुए कि सांप्रदायिक तनाव रेलवे स्टेशनों जैसी सार्वजनिक जगहों पर भी कैसे बढ़ सकता है, जहां सुरक्षा की उम्मीद की जाती है. सोशल मीडिया यूजर्स और मानवाधिकार कार्यकर्ता सख्त कार्रवाई संवेदनशील जगहों पर बेहतर सुरक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करने के उपायों की मांग कर रहे हैं.
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सार्वजनिक जगहों पर धर्म या समुदाय के आधार पर लोगों को निशाना बनाना न केवल सामाजिक शांति के लिए खतरा है, बल्कि कानून प्रवर्तन पर भरोसे को भी खत्म करता है. जैसे-जैसे ओडिशा के अधिकारी बालासोर घटना की जांच कर रहे हैं, जनता और ऑनलाइन समुदाय इस बात पर करीब से नजर रख रहे हैं कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा या नहीं, और अधिकारी भविष्य में ऐसे हमलों को कैसे रोकेंगे.