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एलियन उतर गए या दैवीय आपदा? राजस्थान में अचानक 200 फीट गहरा गड्ढा होने के बाद धारा 144 लागू

Sahajrasar Landslide: राजस्थान में अचानक जमीन धंसने की घटना के बाद आसपास के इलाकों में हड़कंप मचा हुआ है. चर्चा है कि इस गड्ढे का आकार हर दिन बढ़ता जा रहा है.

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Edited By: India Daily Live
Rajasthan Landslide
Courtesy: Social Media

राजस्थान के बीकानेर जिले का सहजरासर गांव इन दिनों खूब चर्चा में है. लूणकरणसर में बसे इस गांव और आसपास के लोगों में डर का माहौल है. यहां की एक सड़क और उससे लगती लगभग एक बीघा जमीन सैकड़ों फीट धंस गई है. लगभग 200 फीट चौड़ा और 100 फीट गहरा गड्ढा अचानक हो जाने से लोग हैरान हैं. अभी तक कोई इसकी वजह नहीं बता पाया है. चर्चाएं हैं कि गड्ढे का केंद्र हर दिन और धंसता जा रहा है. ऐसे में वहां जाकर सेल्फी खिंचाने और वीडियो बनाने वालों को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने यहां धारा 144 लागू कर दी है और लोगों को घटनास्थल पर जाने से रोक दिया है.

आसपास के लोग इस गड्ढे के बारे में तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. कोई इसे एलियन उतरने की जगह बता रहा है, कोई दैवीय आपदा का संकेत बता रहा है तो किसी को कोई बड़ी अनहोनी की आशंका सता रही है. एक हफ्ते पहले अचानक धंसी जमीन को देखने के लिए लोग न सिर्फ यहां आ रहे थे बल्कि गड्ढे में उतरकर सेल्फी खिंचवा रहे थे और वीडियो भी बना रहे थे. इसी को देखते हुए जिला कलेक्टर ने इलाके में एंट्री को प्रतिबंधित कर दिया है.

जारी है जांच, डर में जी रहे लोग

अचानक हुई इस घटना की वजह का पता लगाने के लिए जिला प्रशासन और भूगर्भ विभाग के विशेषज्ञ यहां जांच भी कर रहे हैं. हालांकि, अब यह स्पष्ट नहीं है कि जमीन धंसने का क्षेत्रफल बढ़ रहा है कि नहीं. प्राथमिक तौर पर विशेषज्ञों का कहना है कि जमीन के नीचे पानी जमा होने से इस तरह का भूस्खलन हो सकता है. कुछ ग्रामीणों का यह भी कहना है कि कई साल पहले यहरां बिजली गिरी थी इसी के चलते इस गड्ढे को बिजल गड्ढा भी कहा जाता है.

स्थानीय लोगों का दावा है कि इस गड्ढे में पहले बी जमीन धंसती रही है और ग्रामीणों ने इसके बारे में प्रशासन को अवगत भी कराया है. अब स्थानीय प्रशासन ने ड्रोन मंगाकर भी इसकी मैपिंग करवाई है और पूरे गड्ढे का वीडियो शूट करवाया है. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से भी अनुरोध किया गया है कि वह इसकी जांच करे.

फिलहाल, तरह-तरह के दावों और कोई आधिकारिक पुष्टि न होने के चलते यहां के लोग डर के साए में जी रहे हैं. लोगों को डर है कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाए और उनके घर इससे प्रभावित न हों.