Foreign vlogger in India: भारत अपनी रंग-बिरंगी संस्कृति, गौरवशाली इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वभर में जाना जाता है. यह देश विदेशी यात्रियों और व्लॉगर्स के लिए एक पसंदीदा ट्रेवल डेस्टिनेशन बन चुका है, जो यहां की अनूठी परंपराओं और विविध परिदृश्यों को कैमरे में कैद करते हैं. उनके अनुभव वैश्विक दर्शकों को भारत की खूबसूरती और जटिलता से रूबरू कराते हैं. इसी कड़ी में, ऑस्ट्रेलियाई पॉडकास्टर 'ब्री स्टील' ने अपने हालिया वीडियो के जरिए भारत में यात्रा करने वाले कुछ विदेशियों की "कंजूस" मानसिकता पर सवाल उठाए, जिसने सोशल मीडिया पर तीव्र चर्चा छेड़ दी है.
ब्री स्टील ने अपने वीडियो में उन विदेशियों की आलोचना की जो भारत में सस्ते और कठिन तरीकों से यात्रा करना पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, "मैंने बहुत से लोगों को उच्च वेतन वाली नौकरियों के लिए भारत आते देखा है जो एक पैसा भी खर्च नहीं करेंगे. वे छोटी-छोटी रकम पर सौदेबाजी करेंगे. वे हॉस्टल में रहेंगे, जहां वे आमतौर पर होटलों में रहते हैं, और वे 17 घंटे की ट्रेन की सवारी करेंगे जहां वे आसानी से उड़ सकते हैं."
कंजूसी करते हैं विदेशी व्लॉगर
ब्री का मानना है कि ये यात्री "वास्तविक अनुभव" के नाम पर ऐसा करते हैं, लेकिन यह भारत की सही तस्वीर नहीं है. उन्होंने जोर देकर कहा, "यह बहुत अलग-अलग संस्कृतियों वाला एक विशाल देश है, और यहां बहुत सारी विलासिता है बहुत सारे मध्यम-श्रेणी के शानदार होटल हैं. आपको भारत आने के लिए कष्ट उठाने की ज़रूरत नहीं है.
भारत की गलत छवि को तोड़ने की अपील
ब्री ने भारत को केवल झुग्गी-झोपड़ियों, भीड़भाड़ वाली ट्रेनों और सस्ते भोजन तक सीमित करने की धारणा को खारिज किया. उन्होंने कहा, "आप यहां राजा या रानी की तरह खा सकते हैं. यह बहुत गलत समझा गया है और मुझे लगता है कि हमें इसे बदलने की जरूरत है." अपने पोस्ट के शीर्षक में उन्होंने सवाल किया, "पश्चिम से लोग भारत क्यों आते हैं और सबसे सस्ते तथा सबसे कठिन तरीके से यात्रा करने पर जोर क्यों देते हैं?" आपको भारत आने के लिए संघर्ष करने की जरूरत नहीं है! चाहे आप अकेले यात्रा कर रहे हों, बैकपैकर हों, परिवार के साथ यात्रा कर रहे हों या कहीं और, यहां आपके लिए कुछ न कुछ है!!!
सोशल मीडिया पर तीखी कमेंट्स
ब्री के वीडियो को सोशल मीडिया पर व्यापक समर्थन और आलोचना दोनों मिली. एक यूजर ने लिखा, "मैंने व्लॉगर्स को सामान्य ट्रेनों में यात्रा करते देखा है, मैं अपने जीवन में कभी भी ऐसी ट्रेन में नहीं गया. कुछ अतिरिक्त रुपयों के लिए आप आराम से यात्रा कर सकते हैं, लेकिन वे कठिन रास्ता चुनते हैं और फिर इसके बारे में रोते हैं." एक अन्य यूजर ने कहा, "यहां तक कि स्थानीय लोग भी 17 घंटे तक ट्रेन में सफर नहीं करते. अगर आप भारत जैसे देश में जा रहे हैं तो आपको विलासिता की चीजों पर पैसे खर्च करने होंगे." तीसरे यूजर ने इसे नस्लवादी करार देते हुए लिखा, "जो लोग इस तरह यात्रा करते हैं और इसके बारे में पोस्ट करते हैं, वे व्यूज के लिए ऐसा करते हैं. यह सामग्री उन यात्रियों को नजरअंदाज करने पर मजबूर करती है जो अच्छे इरादे से और खर्च करने के लिए पैसे लेकर भारत आते हैं."