Viral Video: कभी सरकारी नौकरी का ख्याल आते ही दिमाग में उस व्यक्ति की छवि बनती है जो आलीशान कार में घूमता है, महंगी पार्टी करता है और हवा में बातें करता है. लेकिन उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग के इंजीनियर नमन तिवारी ने अपनी शादी के दिन कुछ ऐसा किया, जिसने सभी को चौंका दिया. उन्होंने न सिर्फ अपनी शादी की परंपराओं को नए रूप में ढाला, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश भी दिया.
नमन तिवारी ने अपनी शादी के दिन कुछ ऐसा किया जो आमतौर पर किसी की कल्पना में भी नहीं आता. उन्होंने 10 किलोमीटर लंबी दूरी को साइकिल से तय किया और अपनी दुल्हन के घर पहुंचे. न तो उन्होंने अपने इस सफर के दौरान किसी प्रकार की आतिशबाजी की, न ही किसी विवाद का सामना किया. 100 लोग पैदल नाचते-गाते और झूमते हुए नमन की बारात में शामिल हुए. इस दौरान सबका ध्यान सिर्फ शादी और पारंपरिक खुशी पर था, न कि किसी प्रकार की शेखी या दिखावे पर.
एक विवाह ऐसा भी...
— Shivam Bajpai (@JBreakingBajpai) December 10, 2024
सरकारी नौकरी के बाद इंसान जमीन पर पैर नहीं रखता, हवा से बातें करता है। वो भी तब, जब आप किसी विभाग में इंजीनियर हों...
लेकिन यूपी में कृषि विभाग में इंजीनियर नमन तिवारी ने जो किया, वो अब चर्चा में है। नमन 10 किमी. साइकिल चलाकर अपनी दुल्हन लेने पहुंचे। इस दौरान… pic.twitter.com/ivPxxU2Hp0
नमन तिवारी ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं चाहता हूं कि पर्यावरण शुद्ध रहे, इसलिए साइकिल से बारात निकाली.' उनका यह कदम न केवल एक संदेश था बल्कि एक बदलाव की शुरुआत भी थी, जो दिखाता है कि पर्यावरण के लिए जागरूकता और जिम्मेदारी को कैसे अपनाया जा सकता है, चाहे वह व्यक्तिगत जीवन का कोई छोटा सा हिस्सा हो या एक बड़ा आयोजन.
नमन की इस शादी में सादगी और पर्यावरण के लिए उनकी चिंता साफ तौर पर झलकी. बारात के लोग न सिर्फ साइकिल पर आए, बल्कि पूरे रास्ते नाचते-गाते हुए उस पुराने अंदाज में शादी में शामिल हुए, जो आजकल बहुत कम देखने को मिलता है. साथ ही, नमन की दुल्हन ने कार से ससुराल जाने का ऑप्शन चुना. यह दोनों का व्यक्तिगत फैसला था, लेकिन नमन का यह कदम एक मिसाल बन गया कि कैसे हम अपनी परंपराओं को नए तरीके से भी अपना सकते हैं, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे.
यह दिलचस्प और प्रेरणादायक घटना उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मानधाता क्षेत्र के पूरे खरगराय गांव में हुई. यहां के इस अनोखे विवाह ने हर किसी का ध्यान आकर्षित किया. जहां एक ओर बड़े शहरों में लोग अपनी शादियों में दिखावा और अपव्यय को प्राथमिकता देते हैं, वहीं नमन तिवारी ने यह साबित कर दिया कि खुशियां सादगी में भी मिल सकती हैं, और यह जरूरी नहीं कि हर चीज को प्रदूषण या फिजूलखर्ची से जोड़ा जाए.
नमन तिवारी का यह कदम उनके समाज और पर्यावरण के लिए जिम्मेदारी को दर्शाता है. आज के इस दौर में जहां प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है, नमन जैसे युवा अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए छोटे-छोटे कदम उठा रहे हैं, जो बड़े बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं. नमन ने हमें यह समझाया कि छोटे बदलाव, बड़े प्रभाव डाल सकते हैं. अगर हम अपनी छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाते हैं, तो समाज और पर्यावरण में बड़ा फर्क आ सकता है.
नमन तिवारी की इस अनोखी शादी ने यह साबित किया कि किसी भी काम को करने के लिए महंगे और जटिल रास्ते अपनाने की बजाय अगर हम सादगी से काम लें तो वह भी उतना ही प्रभावी हो सकता है. यही वह सोच है, जो आने वाली पीढ़ी को न केवल खुश रहने की कला सिखाती है, बल्कि उन्हें अपने पर्यावरण की जिम्मेदारी निभाने के लिए भी प्रेरित करती है.