एक ओर जहां देश का युवा अपनी जिंदगी के बेशकीमती पल 9 से 10 घंटे नौकरी करने में खपा रहा है. वहीं इन महाशय ने कसम खाई है वो देश के दूसरे युवाओं की तरह अपना जीवन नरक नहीं करेंगे. उनकी ये बातें इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति को बड़ा झटका दे सकती हैं जिन्होंने कहा था कि अगर भारत को चीन जैसे देशों का मुकाबला करना है तो भारत के युवाओं को हर रोज 72 घंटे काम करना चाहिए. हालांकि ज्यादातर लोगों ने उनके इस बयान की आलोचना की थी. उनके इस बयान को बेतुका बताते हुए कुछ लोगों ने कहा था इससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा. महाशय का कहना है कि मेरी समस्या ये है कि मुझे कोई काम नहीं करना है.
क्या सपोर्ट चाहते हैं जिससे आपकी जिंदगी बदल जाए
इन महाशय से सवाल किया गया कि आप क्या सपोर्ट चाहते हैं जिससे आपकी जिंदगी बदल जाए और आप कुछ काम कर पाएं? इस पर शख्स कहता है...काम नहीं. काम नहीं...काम नहीं करूंगा सर. मुझे कई लोगों ने जॉब ऑफर की.
ये वीडियो कहीं गलती से नारायण मूर्ति जी के पास न पहुंच जाए! pic.twitter.com/cHWB0SK2q8
— Ankit Kumar Avasthi (@kaankit) December 22, 2024Also Read
आप अपना काम खोलना चाहेंगे?
इसके बाद उससे पूछा गया कि आप किसी के अंडर नहीं तो कम से कम अपना काम तो खोल सकते हैं, वहां तो आप अपने बॉस रहेंगे. इस पर महाशय कहते हैं कि मैं काम ही नहीं करना चाहता. देट इस माय बेसिक प्रॉब्लम. मेरी साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम ये है कि मैं काम ही नहीं करना चाहता.
आई एम टोटली लिथार्जिक पर्सन
आगे शख्स कहता है कि मैं काम ही नहीं करना चाहता. आई एम टोटली लिथार्जिक पर्सन. आई एम ए लेजी पर्सन, आई डोन्ट वॉन्ट टू डू एनी वर्क. शख्स के इस वीडियो पर जमकर कमेंट आ रहे हैं.