कौन हैं रामगिरी महराज, पैंगबर पर ऐसा क्या कह दिया कि सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा #arrestramgiriMaharaj?
Who Is Ramgiri Maharaj: रामगिरी महाराज का पूरा नाम सुरेश रामकृष्ण राणे है. उनका जन्म जलगांव जिले में हुआ था और अपनी स्कूल की पढ़ाई इसी जगह से की है. वह आगे की पढ़ाई के लिए भाई के कहने पर हमदनगर के केडगांव चले गए थे. आध्यात्मिकता के क्षेत्र दिलचस्पी होने की वजह से उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी और फिर नारायणगिरी महाराज के पास शिष्य बनकर रहने लगे.
Ramgiri Maharaj: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पुलिस ने रामगिरी महाराज के खिलाफ मामला दर्ज किया है. दरअसल, उन्होंने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी दी थी. रामगिरी महाराज ने नासिक जिले में सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी दी थी. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है.
रामगिरी महराज ने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था. जिसके कारण मुंब्रा पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 302 और कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. नासिक के अलावा छत्रपति संभाजीनगर और अहमदनगर में मामला दर्ज है. अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रामगिरी महराज के खिलाफ #arrestramgiriMaharaj भी ट्रेंड कर रहा है.
कौन हैं रामगिरी महाराज
रामगिरी महाराज का पूरा नाम सुरेश रामकृष्ण राणे है. उनका जन्म जलगांव जिले में हुआ था और अपनी स्कूल की पढ़ाई इसी जगह से की है. साल 1988 में जब सुरेश राणे 9वीं कक्षा में पढ़ रहे थे तब उन्होंने गीता और भावगीता के अध्यायों का पाठ करके ध्यान करना शुरू किया. जब उन्होंने 10वीं पास कर लिया था तो उनके भाई ने उन्हें ITI करने के लिए अहमदनगर के केडगांव भेज दिया. हालांकि, आध्यात्मिकता के क्षेत्र में दिलचस्प होने की वजह से उन्होंने अपनी शिक्षा रोक दी.
सिंहासन के बने उत्तराधिकारी
साल 2009 में रामगिरी महाराज दीक्षा ली और नारायणगिरी महाराज के पास शिष्य बनकर रहने लगे. 2009 में ही नारायणगिरी महाराज की मृत्यु हो गई. इसके बाद रामगिरी महाराज सरला द्वीप के सिंहासन के उत्तराधिकारी बने लेकिन इसे लेकर भी काफी विवाद हुआ था. कोर्ट के फैसले के बाद रामगिरी महाराज को उत्तराधिकारी घोषित किया गया था.
CM एकनाथ शिंदे ने किया था दौरा
नासिक जिले के सिन्नर तालुका में स्थित पंचाले में हर साल लाखों लोग आते हैं. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जन सम्मान यात्रा के दौरान यहां का दौरा किया था. वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 16 अगस्त को 177वें अखंड हरिनाम सप्ताह कार्यक्रम में दौरा किया था.