'हमें इंतजार है जिस दिन आप वर्दी पहनकर खड़े होंगे...', वायनाड के लड़के को भारतीय सेना ने दिया प्यारा सा जवाब

सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जिसने लोगों के साथ-साथ सेना का भी दिल जीत लिया है. दरअसल एक छोटे से स्कूल के बच्चे ने वायनाड में हुए भूस्खलन में बचाव कार्य में जुटे इंडियन आर्मी को चिट्ठी लिख कर उन्हें थैंक्यू कहा है साथ ही सेना में जाने की इच्छा जताई. जिस पर सेना ने भी रिएक्ट किया है.

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केरल के वायनाड में आए भूस्खलन ने यहां चापो ओर भारी तबाही मचा रखी है. इस आपदा में  300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इस बचाव कार्य में जुटे भारतीय सेना के जवानों के लिए एक स्कूल छात्र ने चिट्ठी लिखी है. उसने इस पत्र के जरिए बचवा कार्य में शामिल जवानों की सराहना की है. अब इस चिट्ठी ने भारतीय सेना का दिल जीत लिया है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए तीन अगस्त को इस चिट्ठी का जवाब दिया था.

सेना के दक्षिणी कमांड ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर बच्चे की चिट्ठी को साझा करते हुए बच्चे को योद्धा बताया है. एएमएलपी स्कूल की तीसरी कक्षा के छात्र रेयान ने स्कूल डायरी में चिट्ठी लिखी थी. उसने कहा कि सेना के जवानों को मलबे में दबे लोगों की सहायता करते हुए देखकर उसे बहुत गर्व महसूस हो रहा है.

'मैं रेयान, सेना में भर्ती होना चाहता हूं..'

रेयान ने मलयालम में चिट्ठी लिखी थी. उसने लिखा, 'मैं रेयान हूं, मेरा प्यारा वायनाड भूस्खलन की चपेट में आ गया. मैं आप लोगों को मलबे में दबे लोगों को बचाते देखकर गर्व महसूस कर रहा हूं.' इस चिट्ठी में रेयान ने एक वीडियो का जिक्र किया, जिसमें उसने जवानों को अपनी भूख मिटाने के लिए बिस्कुट खाते हुए देखा गया. उसने बताया कि इस दृश्य ने उसे बहुत प्रभावित किया है. रेयान ने इस चिट्ठी के जरिए अपनी इच्छा भी जाहिर की. उसने बताया कि वह भी भारतीय सेना में भर्ती होना चाहता हूं.

 

'हम अपने देश को गौरवान्वित करेंगे..'

सोशल मीडिया पर चिट्टी के वायरल होते ही भारतीय सेना ने इसका जवाब दिया. उन्होंने लिखा, 'प्रिय रेयान, आपके शब्दों ने हमारा दिल जीत लिया. विपत्ति के समय में हमारा लक्ष्य आशा की किरण बनना है और आपकी चिट्ठी इस मिशन की पुष्टि करता है. आपके जैसे हीरा हमें अपना बेहदर काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. हम बेसब्री से उस दिन का इंतजार कर रहे हैं. जिस दिन आप वर्दी पहनकर हमारे साथ खड़े होंगे. साथ में मिलकर हम अपने देश को गौरवान्वित करेंगे. आपके साहस की प्रेरणा के लिए धन्यवाद, युवा योद्धा.'